अपने मामाजी को पत्र लिखकर उन्हें अपने भविष्य की गतिविधियों की जानकारी दीजिए |
Guys just tell me what to write in body
Only tell me गतिविधियां
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Answers
Answer:
अवतार इन्कलव
नई दिल्ली--४५१६७८
प्यारे मामाजी,
मैं आखिरी बार आपको दिल्ली में मिला था। तब मैं उम्र और बुद्धि दोनों से काफी छोटा था। उन दिनों मैं अपने पढ़ाई में बहुत मन लगाकर पढ़ता था। अभी मुझे आपको सूचित करने में खुशी हो रही है कि हम सभी लोग यानी कि मैं,बहन, मां और पिताजी आपके घर इस बार आ रहे हैं।
आप तो जानते ही हैं कि हर वर्ष गर्मी में हमारे स्कूल से ५० दिन का अवकाश मिलता है। इसलिए हम सब इस बार आपके घर आ रहे हैं।
मैं इस यात्रा के लिए इतना उत्साहित हूं कि मैं बता नहीं सकता।हम आपके घर से आगरा शहर , मुथुरा भी घूमने जाएंगे।
आशा है कि हमें बहुत मज़ा और आनंद मिलेगा। जल्द ही मिलेंगे मामाजी ।मामी को मेरा प्रणाम।
आपका लाडला
प जैन
Answer:
Rani Laxmibai also called the Rani of Jhansi was a pivotal figure in the Indian Revolt of 1857. She is also regarded as one of the greatest freedom fighters of India.
Rani Lakshmibai was born on 19 November 1828 in the town of Varanasi. She was named Manikarnika Tambe and was nicknamed Manu. Her father was Moropant Tambe and her mother Bhagirathi Sapre (Bhagirathi Bai) who hailed from modern-day Maharashtra. At four years old her mother passed away. Her father was the Commander of War under Peshwa Baji Rao II of Bithorr District. She was educated at home, able to read and write, and was more independent in her childhood than others of her age; her studies included shooting, horsemanship, fencing which was in contrast to the cultural expectations for women in Indian society at the time.