अपने नाना जी को ऑनलाइन शिक्षण के लाभ और हानि के बारे में बताते हुए एक पत्र लिखिए।
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Answer:
plz follow me and mark me brainlist
Explanation:
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
05 अक्टूबर 20XX
पूज्य नाना जी
सादर प्रणाम!
मैं यहाँ सकुशल रहकर आशा करता हूँ कि आप भी सानंद होंगे। मैं ईश्वर से कामना भी करता हूँ।
चाचा जी, कल शाम को आपके द्वारा भेजा गया पार्सल प्राप्त हुआ। पार्सल वजनदार होने के कारण मैं तरह-तरह के अनुमान लगाते हुए उसे उत्सुकतावश खोलने लगा। मेरी खुशी और आश्चर्य का ठिकाना उस समय नहीं रहा जब पार्सल में से एक के बाद एक पूरी पाँच पुस्तकें निकलीं। इनमें दोनों कहानी संग्रह से मेरा ज्ञानवर्धन एवं मनोरंजन होगा तो ‘विज्ञान की खोजें’ ‘हमारे वैज्ञानिक’ नामक पुस्तकें विज्ञान विषय में मेरी रुचि उत्पन्न करते हुए जिज्ञासा बढ़ाएँगी। ‘हमारे पूर्वज’ नामक पुस्तक हमें भारतीय संस्कृति से परिचित कराते हुए जीवन मूल्यों की शिक्षा देगी। इतनी सुंदर एवं उपयोगी पुस्तकें भेजने हेतु आपको बार-बार धन्यवाद। इन्हें देखते ही आपकी छवि एवं याद मानस पटल पर तरोताज़ा हो उठेगी। एक बार पुनः आपको धन्यवाद।