अपनी ऑनलाइन पढ़ाई के विषय में बताते हुए अपने दादाजी को पत्र लिखिए
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हम सब यहाँ पर कुशलपूर्वक हैं। आशा करता हूँ कि आप भी वहाँ कुशल होंगे। दादा जी आपको जानकर ख़ुशी होगी कि मैं अपनी कक्षा में प्रथम आया हूँ और मुझे स्कूल की तरफ से पुरस्कार भी मिला है। माता-पिता जी ने मुझे उपहार में एक साइकिल दी है। मैं बहुत खुश हूँ और आप से वादा करता हूँ कि आगे भी इसी तरह अच्छे अंक लाऊंगा। मेरी ओर से दादी जी को प्रणाम।
बुधवार पेट, रायचूर दिनांक : 21 अगस्त 2019 आदरणीय पिताश्री, चरण-स्पर्श। आपका कृपा-पत्र मिला। पढ़कर खुशी हुई कि वहाँ सभी कुशल-मंगल हैं। मैं भी यहाँ आपकी कृपा से कुशल हूँ। सितम्बर के दूसरे सप्ताह से हमारी अर्धवार्षिक परीक्षा प्रारंभ होनेवाली है। अतः इन दिनों पढ़ाई का जोर रहता है। यों तो नियमित पढ़ाई करता ही हूँ; फिर भी इस समय प्रातः 4-30 बजे उठकर पढ़ने में लग जाता हूँ। रात को भी करीब 11-30 तक पढ़ाई में तल्लीन रहता हूँ। क्रिकेट तो फिलहाल बंद है। शनिवार और रविवार को विज्ञान, गणित व अंग्रेजी की पढ़ाई रहती है। इसी कारण पत्र लिखने में विलंब हुआ। क्षमा करें। दीदी को प्रणाम। शेष सर्व कुशल। आपका आज्ञाकारी पुत्र, राघवेन्द्र जोशी। सेवा में श्री राजकुमार जोशी 440, गांधी मार्ग जमखंडी|