Hindi, asked by sandhyagupta14pbnpks, 1 year ago

अपने पिता को पत्र लिखकर उन्हें यह विश्वास दिलाया कि अब आप कक्षा में नियमित रूप से जाने लगे और पढ़ाई में मन लगा रहे हैं अब तक के अपने व्यवहार के लिए क्षमा याचना करें

Answers

Answered by mchatterjee
83

१३३ वेस्टर्न बाजार
आगरा , उत्तर प्रदेश
५६७८८

प्रिय पिताजी,

आपके चरणों में मेरा कोटि-कोटि प्रणाम पिताजी। मैं जानता हूं कि आप इस वक्त बेहद चिंतित हैं मुझे लेकर क्योंकि पिछले कुछ दिनों में मेरी लगातर शिकायत ने आप सबके मन को झकझोर कर रख दिया है। इसके लिए मैं स्वयं शर्मिंदा हूं। हो सके तो मुझे अवश्य माफ किजिएगा।

मैं इस हफ्ते से लगातर अपनी कक्षाओं में जा रहा हूं और क्लास कर रहा हूं पढ़ाई पर भी मन लगा रहा हूं। आपसे वादा करता हूं कि अब मैं कोई बदमाशी नहीं करूंगा और इस बार परिक्षा में भी अच्छे अंक लाने का प्रयास करूंगा।

मैं आपका अच्छा बेटा बनकर दिखाऊंगा। कृप्या मुझे एक मौका दिजिए। मुझे माफ़ कर दिजिए।

आपका पुत्र
वरूण

Answered by Anonymous
38

पत्र लिखन

ऊटी,

30 अक्टूबर, 2019

प्रिय पिता,

मैं उन गलतियों के लिए माफी मांग रहा हूं जो मैंने की हैं और मैंने मुझ पर रखी गई अपनी सारी आशा खो दी है और जैसा कि आप जानते हैं कि घरेलू विज्ञान के पाठों में दिलचस्पी लेने से पहले मैं वास्तव में एक शानदार छात्र था। मुझे कैसे पता चला कि एल्बो ग्रीस"वास्तव में मौजूद नहीं था ?? नहीं, मैं पेशाब नहीं ले रहा था जब मैंने पूछा कि यह कहाँ है।

आपको धन्यवाद

आपका प्यार से

- एस. नयनश्रेयस

\bf\black{S.}\bf\red{Nayan}\bf\blue{Shreyas...}

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