Hindi, asked by rkerketta868, 2 months ago

अपना सुख उसने अपने भुजबल से ही पाया है।" का आशय स्पष्ट कीजिए?

Answers

Answered by gursharanjali
17

Answer:

अपना सुख उसने अपने भुजबल से ही पाया है। कवि का मानना है कि प्रकृति कभी भाग्य के बल से डरकर नहीं झुकती। वह सदा परिश्रम करने वालों से भयभीत रहती है। जब एक मेहनती व्यक्ति अपना पसीना बहाता है तब उसके सम्मुख प्रकृति को भी अपनी हार स्वीकार करनी पड़ती है।

Similar questions