Hindi, asked by lalitapanchal1967, 1 month ago

'अपना दुख भी एक है साथी, अपना सुख भी एक' कक्षा, मोहल्ले और गाँव । शहर के किस-किस तरह के साथियों के बीच इस वाक्य की सच्चाई महसूस होती है और कैसे?​

Answers

Answered by ajitdhanshri1234
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Answer:

अपना दुख भी एक है साथी, अपना सुख भी एक कक्षा, मोहल्ले और गाँव/शहर के किस-किस तरह के साथियों के बीच तुम्हें इस वाक्य की सच्चाई महसूस होती है।

...

अपने घर के छोटे-बड़े कामों में माता-पिता का हाथ बँटा कर हम इस बात की। ...

पापा और माँ को बहुत से काम करने होते हैं। ...

हाँ, वे इन कामों से एक-दूसरे का हाथ बँटाते हैं।

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