अपनी दिनचर्या बताते हुए अपने पिता को एक पत्र लिखिए
Answers
Gh 5/7
नांगलोई
नई दिल्ली
5 नवंबर 2018
पिता जी सादर नमस्कार,
पिता जी मैं यहां छात्रावास में बहुत खुश हूँ I हमारे छात्रावास में शिक्षा के लिए बहुत अच्छा वातावरण है तथा बहुत शांति भी है I छात्रावास में शिक्षक तथा विद्यार्थियों सब का व्यवहार बहुत अच्छा है I मैं सुबह उठकर तैयार होती हूँ उसके बाद मैं नाश्ता करके विद्यालय जाती हूँ I कक्षा में हम सब विद्यार्थी शांतिपूर्वक अध्यापिका को नमस्कार करके पढ़ाई को प्रारंभ करते हैं I उसके बाद हम खाने के अवकाश में खाना खाते हैं I विद्यालय समाप्त होने के बाद मैं छात्रावास वापस आकर थोड़ा आराम करती हूँ I आराम करके मैं विद्यालय का कार्य करते करती हूँI फिर शाम को थोड़ा मैदान में घूम कर आती हूँ और फिर आकर अपनी सखियों से पढ़ाई के बारे में बाते करने के बाद खाना खा कर सौ जाती हूँ I
माता जी को मेरा नमस्कार देना
आपकी पुत्री
निशा
Answer:
पिता को अपनी दिनचर्या बताते हुए
Explanation:
सरोजिनी छात्रावास,
देहरादून।
दिनांक 12 मार्च, 2019
पूज्य पिताजी,
सादर चरण-स्पर्श।
मुझे आज ही आपका पत्र प्राप्त हुआ। मेरे लिए यह ख़ुशी की बात हैं कि आपने मेरा हाल-चाल जानने के साथ-साथ मेरे छात्रावास की दिनचर्या के विषय में भी जानकारी चाही हैं। मैं यहाँ खुश हूँ, मुझे किसी तरह की कोई समस्या नहीं हैं। जहाँ तक बात मेरे छात्रावास की दिनचर्या की हैं, तो मैं इस पत्र में आपको उसकी जानकारी दे रहा हूँ।
हम प्रातः 5 : 30 बजे उठते हैं। 6 : 00 बजे तक शौच आदि से निवृत्त होकर प्रातः भ्रमण हेतु निकल जाते हैं। इन सब कार्यों पर हमारा लगभग एक घण्टा व्यतीत हो जाता हैं। इसके बाद सात बजे से साढ़े सात बजे के मध्य स्नान करते हैं। ठीक 8 बजे नाश्ते की घण्टी बजती हैं। प्रातः साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे तक पढ़ाई करता हूँ। दस बजे से चार बजे तक विद्यालय में रहता हूँ। सायं साढ़े पाँच से साढ़े छः बजे तक का समय खेलों के लिए निश्चित हैं। रात्रि भोजन की घण्टी आठ बजे बजती हैं। भोजन के पश्चात् दो घण्टे अध्ययन करता हूँ। रात्रि ग्यारह बजे सब विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से सो जाना पड़ता हैं। इस प्रकार हमारी दिनचर्या नियमबद्ध ढंग से एवं सुचारु रूप से चलती रहती हैं। छात्रावास के अधीक्षक हमारी हर सुविधा का पूरा-पूरा ध्यान रखते हैं। मैं अगले महीने ग्रीष्म अवकाश में घर आऊँगा।
माताजी को सादर-प्रणाम, सोनिया को प्यार।
आपका प्रिय पुत्र,
सोहन
#SPJ2