अपने दोस्त को भारत की संस्कृति बताते हुए पत्र लिखिए
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Explanation:
प्रिय मित्र पंकज,
सप्रेम नमस्ते ।
तुम्हारा पत्र कल ही प्राप्त हुआ है । यह जानकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हुई कि इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करने के लिए तुम अमेरिका जा रहे हो । तुमने समय और अवसर का लाभ उठाकर अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए एक सही निर्णय लिया है ।
मेरी शुभकामनाएँ सदैव तुम्हारे साथ हैं । मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करूँगा कि तुम सफलता के शिखर पर पहुँचो । तुम हमसे बहुत दूर जा रहे हो । इस बात का दु:ख अवश्य है परंतु उससे कहीं अधिक प्रसन्नता इस बात की है कि उच्च शिक्षा प्राप्त कर जब तुम पुन: स्वदेश लौटोगे तो तुम्हारी शिक्षा और अनुभव का लाभ देश को मिलेगा । यह तुम्हारे लिए ही नहीं अपितु हम सभी के लिए गर्व की बात होगी ।
Answer:विदेशी मित्र को पत्र :
प्रिय मित्र सोफी ,
सप्रेम आलिंगन ,
बहुत दिनों से तुम्हारा कोई समाचार नहीं मिला है न तो तुम कोई मेसेज करते हो न कॉल न ही तुम फेसबुक पर नज़र आते हो कहाँ व्यस्त हो इन दिनों ?
हार कर मैंने पत्र लिखना शुरू किया जिसे निबंधित डाक से भेजूंगी I
देखो दोस्त हम भारतीय हैं ,इसीलिए जिससे एक बार स्नेह करते हैं उसे कमजोर होने नहीं देते Iतुम तो यहाँ आये हो भारत का सौंदर्य अप्रतिम है Iहरे हरे फसलों से लहलहाती धरती कहीं पकी फसलों को काटते हुए गुनगुनाते किसान कभी आम के वृक्षों पर लड़ी मंजरियाँ कोयल की कूक ,चारो ओर मदमस्त करने वाले कई तरह के फूल थोडा और आगे निकलो तो पलास के जंगले में,पूरे फूल ऐसे लगते हैं कि पलास के जंगल में आग लग गयी हो I झर झर करते झरने ,झलमल छल छल करती नदियाँ उसमे तैरती सफ़ेद मछलियाँ ज़रा रेत पर आकर बैठकर देखो कितना खुबसूरत नज़ारा है Iआँखें बंद करो तब भी नज़ारे तुम्हारे दिल में उतरकर अपनी जगह बना लेंगे I
"कभी भी आओ किसी भी भेष
सबसे सुन्दर भारत देश II
"
तुम्हारी प्रिय मित्र
कखग