अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य/ प्रधानाचार्या को नदियों के इतिहास से सबंधित कुछ पुस्तके पुस्तकालय में शामिल करने के लिए प्रार्थना पत्र लिखिए।
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Answer:
सेवा में
प्रधानाचार्य जी
नवदीय सीनियर सैकेंड्री स्कूल
नांगलोई, दिल्ली।
विषय-विद्यालय के पुस्तकालय में हिंदी पत्र-पत्रिकाओं की संख्या बढ़ाने के संबंध में।
महोदय
विनम्र निवेदन यह है कि मैं इस विद्यालय की नौवीं कक्षा का छात्र हूँ। हमारे विद्यालय का पुस्तकालय अत्यंत समृद्ध है। यहाँ तरह-तरह के विषयों की हज़ारों पुस्तकें हैं। यहाँ नियमित रूप से अनेक समाचार-पत्र और पत्रिकाएँ मँगवाई जाती हैं पर इनमें हिंदी माध्यम के समाचार पत्र और पत्रिकाओं की संख्या नगण्य है। कभी-कभी एक-दो पत्रिकाएँ मँगवाकर खानापूर्ति कर दी जाती है। यहाँ की पुरानी पत्र-पत्रिकाएँ पढ़कर हमारा जी भर गया है। इससे अब हिंदी माध्यम के छात्र पुस्तकालय आने में रुचि नहीं लेते हैं। हम छात्र चाहते हैं कि यहाँ भी चंदा माना, चंपक, लोट-पोट, बाल हंस, पराग, नंदन, सुमन सौरभ आदि पत्रिकाएँ मँगवाई जाएँ।
आपसे प्रार्थना है कि हम छात्रों की रुचि देखते हुए हिंदी की उक्त पत्रिकाएँ मँगवाने का कष्ट करें।
सधन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य