अपने विद्यालय में हो रहे क्रिकेट मैच का आंखों देखा हाल सुनाइए
Answers
पिछले रविवार को हमने एक रोमांचक क्रिकेट मैच का आनंद उठाया । यह एकदिवसीय क्रिकेट मैच था । यह मैच मेरे विद्यालय ‘आनंद भारती पब्लिक स्कूल’ और ‘ ज्ञान निकेतन आदर्श उच्च विद्यालय ‘ के बीच खेला गया था । मैच प्रात: नौ बजे आरंभ हुआ । दोनों टीमों के कप्तानों ने सिक्का उछालकर टॉस किया । टॉस हमारे विद्यालय के पक्ष में गया । हमारे कप्तान ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया । हमारी टीम की आरंभिक जोड़ी जल्दी ही आउट हो गई । तब मध्य क्रम के बल्लेबाजों ने मोर्चा संभाला । निर्धारित पचास ओवरों में हमारी टीम ने आठ विकेट खोकर दो सौ दस रन बनाए । भोजनोपरांत विपक्षी टीम बल्लेबाजी करने उतरी । उनके दोनों आरंभिक बल्लेबाजों ने अपने – अपने अर्द्धशतक पूरे किए । उस समय विपक्षी टीम की जीत लगभग पक्की दिखाई दे रही थी । परंतु हमारे फिरकी गेंदबाजों ने जब गेंदबाजी आरंभ की तो विपक्षी टीम के खिलाड़ी टिक नहीं पाए । वे एक के बाद एक आउट होते चले गए । अंतत: हमने बीस रनों से मैच जीत लिया । मैच की समाप्ति पर पुरस्कार वितरण समारोह हुआ ।
Explanation:
‘‘जिनलोगों को दिल की बीमारी हो, वो कमेंट्री नहीं सुनें तो बेहतर है क्योंकि उनके डॉक्टर उन्हें यह सलाह दे रहे होंगे कि ये रोमांच जो सर पर चढ़कर हावी हो रहा है, ये उनके दिल के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।’’ये कथन हैं रेडियो के मशहूर हिंदी क्रिकेट कमेंटेटर सुशील दोशी के। 1979 में भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच में कहे गए ये वाक्य आज भी भारत-पाकिस्तान या फिर भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले कई मैच के लिए हू-ब-हू लागू होते हैं।