अपठित गद्यांश
नीचे ठिए गए गद्यांश को ध््यन से पढ़ कर उसके नीचे लिखे गए प्रश्नों के उत्तर सरि ठ ांिी में लिखखए:- -
एक सोने चयांिी कय व््यपयरी थय। उसकी उसकी ब ुत बडी िकु यन थी ज यां सोने चयांिी और ीरे के ब ुमूल्् आभूषण बबकते थे। उसकी िकु यन में 8-10 व््क्तत कयम करते थे। र ने के लिए उनके पयस एक सुांिर घर और आने जयने के लिए एक सुांिर घोडय गयडी थी। अपने एकमयत्र पुत्र और पत्नी के सयथ व सुखी जीवन व््तीत कर र य थय। एक बयर व ब ुत बीमयर पड ग्य और ब ुत इियज करवयए जयने के बयि भी उसकी मृत््ु ो गई। धीरे धीरे िकु यन कय कयम भी बांि ो ग्य और व््यपयरी की पत्नी अपनी बचत के धन से घर कय खचच चियने िगी। ब ुत सम् तक तो उसे धन की कोई परेशयनी न ीां ुई ककांतुजब एकबत्रत धन समयप्त ोने िगय तब उसने अपने ग नों को एक पोटिी में बयांधय और अपने बेटे को िेते ुए क य कक मैंतुम् ें तुम् यरे पपतय के एक लमत्र के पयस भेज र ी ूां जो कक उन ीां के समयन सोने चयांिी के व््यपयरी ैं। ्े ग ने उन ें बेंच आओ और उससे जो धन प्रयप्त ो उसे िे आओ तयकक मैं घर के खचच को िीक से चिय सकांू। पुत्र अभी छोटय ी थय उसे इस बयत की कोई समझ न ीां थी कक मयां उसे ग ने बेचने के लिए भेज र ी ैं। मयां की बतयई ुई बयत के अनुसयर व व््यपयरी की िकु यन पर प ुांच ग्य। व््यपयरी ने पोटिी खोिकर ग नों को िेखय और उसे बांि करके िडके को वयपस कर ठि्य और क य कक अभी सोने कय भयव ब ुत कम ैइसलिए मैं् ग ने न ीां खरीि र य ूां। र ी बयत तुम् यरी पढ़यई और घर खचच की उसके लिए तुम मेरे पयस कयम करने के लिए आ जयओ तुम मेरय यथ बांटयनय और मैं तुम् यरी पढ़यई-लिखयई और घर कय सयरय खचयच उिय िूांगय। बच्चे ने घर जयकर ग नों की पोटिी मयां को वयपस कर िी और पपतय के लमत्र व््यपयरी की बयतें उन ें बतयईं। मयां को थोडी तसल्िी लमिी और वे उसके भपवष्् के प्रतत तनक्श्चांत ो गई। िडकय तन्लमत रूप से पपतय के लमत्र की िकु यन पर जयकर छोटे-मोटे कयम करके उनकय यथ बांटयने िगय। सयिों तक िडकय व््यपयरी के सयथ कयम करतय र य और उसकी पढ़यई लिखयई पूरी ो गई घर कय खचच भी अच्छी तर चितय र य। एक ठिन व््यपयरी ने िडके से क य अब सोने कय भयव बढ़ ग्य ै इसलिए कि तुम ग ने िे आनय। िडकय अब तक समझियर ो चुकय थय घर जयकर उसने मयां से व पोटिी मयांगी और उसे खोिकर ग नों को िेखय।
ग ने िेखते ी उसके यथ पयांव फूि गए। ग ने तो नकिी थे। पर मरतय त्य न करतय व ग ने िेकर व््यपयरी के पयस प ुांच ग्य ग्य। उसने व््यपयरी से क य कक ् ग ने तो नकिी ै् आपने मुझे उस सम् त्ों न ीां बतय्य ।
व््यपयरी ने उत्तर ठि्य ्ठि मैंतुम् ें उसी सम् ् बतय िेतय कक ् ग ने नकिी ैंतब तुम िोगों को िगतय कक इस मुसीबत के सम् मैंतुम् यरी स य्तय करने से पीछे ट र य ूां ्य ो सकतय थय कक तुम् यरी मयां मेरी स य्तय स्वीकयर ी न ीां करतीां। उस सम् मेरे सयमने ् म त्वपूणच थय कक मैंतुम् यरी पढ़यई लिखयई और घर कय खचच उिय कर तुम िोगों की स य्तय करूां। इसलिए मुझे जो िीक िगय मैंने
कक्य। बयिक कय मुां आश्च्च से खुिय र ग्य। उसे समझ न ीां आ्य कक ितुन्य में इतनय अच्छय भी कोई ो सकतय ै।
प्रश्न1-िडके के पपतय कय त्य व््यपयर थय ? उनकय र न स न कै सय थय ?
प्रश्न 2-िडकी के पपतय की मत्ृ्ुकैसे ुई और उसकी मयां ने घर कय खचच ककस प्रकयर चिय्य? प्रश्न 3-िडके की मयां ने उसे ककसके पयस भेजय और उन ोंने उसकी त्य स य्तय की? प्रश्न 4-व््यपयरी ककस बयत को तछपय ग्य और त्ों?
प्रश्न 5-प्रस्तुत क यनी से आपको त्य लशक्षय लमिती ै समझयकर लिखखए।
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