Hindi, asked by ishita8597, 1 year ago

apke mitra ke pita ki factory me aag lagne se sab kuch jal gaya isse bhari nuksaan hua apne mitra ko samjhate hue patra likhiye​

Answers

Answered by bhatiamona
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Answer:

विकास नगर शिमला  

हिमाचल प्रदेश  

दिनांक 2 मार्च, 2019

प्रिय रमन,

 हेलो रमन आशा करता हूँ  , तुम और तुम्हारा परिवार  कुशलता और अच्छे स्वास्थ्य होंगे | मुझे कल ही पता चला  तुम्हारे पिताजी की फैक्टरी  में आग लग गई है। आग लगने से फैक्टरी में सब कुछ जल गया है।   मित्र, जला हुआ सामान ,  फैक्टरी सब फिर से बन सकता है , यह बहुत अच्छी है बात आपके पिता जी और किसी को कोई शारीरिक नुकसान हुआ , क्योंकि शारीरिक नुकसान को फिर से ठीक करना मुश्किल होता है।  

भगवान की दया सब ठीक है | मुझे पता है दुःख तो बहुत होता है ,पर तुम्हें हिम्मत से काम लेना होगा | अपने पिता जी का सहारा बनाना होगा | चिंता मत करो। फैक्टरी फिर से बन जाएगी  और धीरे-धीरे सब पहले जैसा हो जाएगा। किसी भी प्रकार की मदद के लिए बिना हिचकिचाए तुम मुझे बता सकते हो। मैं और मेरा परिवार हमेशा तुम्हारे साथ हैं।  

अब पत्र समाप्त करता हूँ। फैक्टरी की चिंता मत करना। फैक्टरी जल्दी ही बन जाएगी । सब का ध्यान रखना  |

तुम्हारा दोस्त ,  

रोहित  |

Answered by Anonymous
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Answer:

गांधी नगर, पटना

बिहार

दिनांक : १६/०८/२०१९

प्रिय गणेश ,

आशा करता हूं तुम और तुम्हारा सारा परिवार ठीक-ठाक होगा। मुझे आज ही तुम्हारी फैक्ट्री जनने की खबर मिली । तुम्हारे फैक्ट्री में आग लगने से सब कुछ जल गया । इस पर मुझे और मेरे परिवार को बहुत खेद है। और बहुत दुख भी। तुम ज्यादा फिकर मत करो , क्योंकि फैक्ट्री और उसके सामान ही जले हैं । यह कुछ सामान ही थे और फैक्ट्री जली तो वापस फिर से बन कर खड़ी हो जाएगी । और फिर से सारे सामान धीरे-धीरे आ जाएंगे। और सब कुछ सही हो जाएगा। अगर किसी को शारीरिक या मानसिक क्षति होती। तो बहुत बुरा होता , किंतु भगवान की कृपा से सब कुछ ठीक है । और किसी को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। अगर ज्यादा चिंता करोगे , तो वह फैक्ट्री वापस तो नहीं आ जाएगी।

किंतु , अभी संभले और अपने समझ बूझ से और अपनी बल बुद्धि से तुम वह फिर से कर सकते हो। तुम अपने पिता को सांत्वना दो। उन्हें अहसास दिलाओ कि उनके साथ तुम सब खड़े हो । और हम सब उनके साथ हैं। जिससे उनको शक्ति मिलेगी और वह फिर से फैक्ट्री बना सकेंगे और फिर से उसी मुकाम को हासिल कर सकेंगे। इसलिए निराश होने की कोई जरूरत नहीं सब कुछ पहले जैसा हो जाएगा।

तुम्हारा प्रिय मित्र

कुशाल गौतम

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