Hindi, asked by rapalahanumandlu, 5 months ago

apne kshetr me bijali sankat se utpan katinaaiyo ke vishay me jankaari dete huye vidayanth vibhag ko patra likhiye ​

Answers

Answered by crlakshita
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Explanation:

मोरी गेट

दिनांक 10 मार्च, 1999

सेवा में,

श्रीमान सम्पादक महोदय,

नवभारत टाइम्स,

बहादुरशाह जफर मार्ग,

नई दिल्ली।

विषय : बिजली संकट से उत्पन्न विकट स्थिति।

मान्यवर,

आपका लोकप्रिय समाचार-पत्र न केवल जनता की आवाज है अपित वह जनता का वकील बनकर उसकी कठिनाइयों की वकालत भी करता है। मैं आपके पाठकों का एवं सम्बन्धित अधिकारियों का ध्यान बिजली संकट से उत्पन्न विकट स्थिति की ओर दिलाना। चाहता हूँ।

बिजली आज के युग में मनुष्य के जीवन का आवश्यक अंग सिद्ध हो रही है। आए दिन बिजली का समय-असमय गुल हो जाना अथवा बिजली की आँख-मिचौली लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बना एक दुखद समस्या है। गर्मियों के दिनों में बिजली के चले जाने से लोगों का हाल-बेहाल हो जाना स्वाभाविक है। परीक्षा के दिनों बिजली का गल हो जाना परीक्षार्थियों के लिए अभिशाप बन जाता है। बिजली बन्द तो कारखाने बन्द कारखाने बन्द तो उत्पादन बन्द। बिजली नहीं तो ट्यूबवैल नहीं चला सकते। मैं समझता हूँ कि यदि अधिकारीगण उन कारखानों पर बिजली वितरण का कड़ा नियन्त्रण करें, जो बिजली स्वीकृत वितरण से अधिक उपयोग करते हैं, तो निश्चय ही बिजली के समान वितरण से बिजली का विकट संकट दूर हो सकता है।

धन्यवाद सहित।

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