apne mitra ko patra likh kar parvatiya sthan ki yatra ka varnan kijiye
Answers
73, राजेंद्र नगर,
नई दिल्ली,
दिनांक :
प्रिय सुबोध,
सप्रेम नमस्ते ।
आशा है तुम सकुशल एवं आनंद से होगे । मैं भी यहाँ अपने परिवारजनों सहित कुशलपूर्वक हूँ । मैं दो दिन पूर्व ही नैनीताल का भ्रमण कर वापस लौटा हूँ ।
नैनीताल एक पर्वतीय स्थल है । पर्यटन की दृष्टि से यह भारत के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है । चारों ओर हरे-भरे पहाड़ों व सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से घिरा यह स्थल सभी का मन मोह लेता है । ग्रीष्म ऋतु में यहाँ की ठंडी हवाएँ सभी को ताजगी पहुँचाती हैं । यहाँ की झील में नौका विहार का आनंद ही कुछ और है ।
पहाड़ी मार्ग के किनारे गहरी सुंदर घाटियों का दृश्य अद्भुत लगता है । रास्ते में पहाड़ों से निकलकर बहते झरनों का दृश्य तो इतना मनमोहक लगता है कि लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं । ऊँचाई पर एक जगह बादल हमारी बस की खिड़कियों से अंदर प्रवेश करने लगे । उस समय सचमुच ऐसा लग रहा था जैसे हम स्वर्ग का सुख प्राप्त कर रहे हैं ।
तुम्हारी छुट्टियाँ कैसी बीतीं इसका उल्लेख अपने पत्र में अवश्य करना । अपने माता-पिता को मेरा सादर प्रणाम कहना ।
सप्रेम,
तुम्हारा मित्र
रोहित