Apne mitra ko vrichaaropan ka mahatav ssaamjhate huye patre likhee
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परीक्षा भवन
दिनांक 5 जून 2017
प्रिय मित्र राहुल
माधुरी स्मृति
तुम्हारा पत्र मिला । यह जानकर खुशी हुई कि तुम्हारे विद्यालय में वन महोत्सव मनाया जा रहा है। तुम भी इस महोत्सव में वृक्षारोपण करना । वस्तुतः हमने प्रकृति की गोद में ही जन्म लिया है और उसी से हमारा पालन-पोषण भी होता है । प्रकृति ने हमें संरक्षण प्रदान किया है। हमारी अनेक प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ति की है । अतः हमें भी इनका महत्व स्वीकार करना चाहिए। वृक्ष हमारे जीवन का आधार है यह मनुष्य के परम हितैषी ,निस्वार्थ सहायक और अभिन्न मित्र है। तुम तो जानते ही हो किस प्रकार वृक्षों की कटाई के कारण आज अनेक प्रकार की समस्याओं ने जन्म ले लिया है जैसे मिट्टी का कटाव, भूस्खलन, भयंकर बाढें, सूखा अनियमित एवं अनियंत्रित वर्षा तथा वायुमंडल का प्रदूषण। वृक्षों की कटाई के कारण आज प्रदूषण इस हद तक बढ़ गया है कि सांस लेने में भी स्वच्छ वायु का मिलना दूभर हो गया है।
हमें यह जान लेना चाहिए कि पेड़ पौधे मानव जीवन की संजीवनी है तथा इसके आरोपण और संरक्षण मे ही मानव का हित निहित है। किसी कवि ने ठीक कहा है कि"वृक्ष कटा जीवन मिटा।" आशा करता हूं तुम्हारे वन महोत्सव में बहुत सारे वृक्ष लगाए जाएंगे जिसमें तुम्हारा योगदान बढ़-चढ़कर होगा। इसी आशा के साथ
तुम्हारा मित्र
रोहन
दिनांक 5 जून 2017
प्रिय मित्र राहुल
माधुरी स्मृति
तुम्हारा पत्र मिला । यह जानकर खुशी हुई कि तुम्हारे विद्यालय में वन महोत्सव मनाया जा रहा है। तुम भी इस महोत्सव में वृक्षारोपण करना । वस्तुतः हमने प्रकृति की गोद में ही जन्म लिया है और उसी से हमारा पालन-पोषण भी होता है । प्रकृति ने हमें संरक्षण प्रदान किया है। हमारी अनेक प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ति की है । अतः हमें भी इनका महत्व स्वीकार करना चाहिए। वृक्ष हमारे जीवन का आधार है यह मनुष्य के परम हितैषी ,निस्वार्थ सहायक और अभिन्न मित्र है। तुम तो जानते ही हो किस प्रकार वृक्षों की कटाई के कारण आज अनेक प्रकार की समस्याओं ने जन्म ले लिया है जैसे मिट्टी का कटाव, भूस्खलन, भयंकर बाढें, सूखा अनियमित एवं अनियंत्रित वर्षा तथा वायुमंडल का प्रदूषण। वृक्षों की कटाई के कारण आज प्रदूषण इस हद तक बढ़ गया है कि सांस लेने में भी स्वच्छ वायु का मिलना दूभर हो गया है।
हमें यह जान लेना चाहिए कि पेड़ पौधे मानव जीवन की संजीवनी है तथा इसके आरोपण और संरक्षण मे ही मानव का हित निहित है। किसी कवि ने ठीक कहा है कि"वृक्ष कटा जीवन मिटा।" आशा करता हूं तुम्हारे वन महोत्सव में बहुत सारे वृक्ष लगाए जाएंगे जिसमें तुम्हारा योगदान बढ़-चढ़कर होगा। इसी आशा के साथ
तुम्हारा मित्र
रोहन
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