Hindi, asked by divyanshi3065, 1 year ago

Apne Mitra ko Yog ka mahatva batate Hue Patra likhiye​

Answers

Answered by Priatouri
203

योग का महत्व बताते हुए मित्र को पत्र

Explanation:

बी  41/2

ज्वालापुरी  

नांगलोई  

नई दिल्ली - 110025

12.11.2019

प्रिय मित्र राघव

मैं यहां कुशल मंगल हूँ और आशा करता हूँ कि तुम भी वहां अच्छे होगे। मुझे कल ही तुम्हारा पत्र मिला जिसमें तुमने लिखा था कि तुम्हारे शरीर में बहुत दर्द रहता है और जो दवाइयां खाने के बाद भी यह ठीक नहीं हो रहा है। मैं तुम्हें बताना चाहूंगा कि यदि तुम योग करोगे तो तुम्हारा शरीर दर्द कुछ समय में ठीक हो जाएगा और तुम पहले की तरह तंदुरुस्त हो जाओगे। हालांकि शुरुआती दिनों में तुम्हें योग से अवश्य दर्द होगा परंतु तुम जानते ही हो कि मेरे पिताजी ने योग के सहारे ही अपनी अस्थमा जैसी बीमारी का इलाज किया है। योग का हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व है और योग बड़े से बड़ी बीमारियों को ठीक करने में सफल रहा है। तो मैं तुम्हें इतना ही कहना चाहूंगा कि तुम रोजाना योगा करो और अपने शरीर को तंदुरुस्त बनाओ।

तुम्हारा मित्र

रघु।

ऐसे और पत्र पढ़ने के लिए दिए गए लिंक को खोले:  

अपने जीवन के लक्ष्य बताते हुए अपने पिता जी को पत्र लिखिए।

https://brainly.in/question/10720246

अपने मित्र को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए पत्र

brainly.in/question/1657220

Answered by vk3267517
4

                           व्यायाम का महत्व बताते हुए मित्र को पत्र

              Letter to the friend explaining the importance of exercise

124, विकासनगर

दिल्ली- 54

दिनांक: 26/07/2022

प्रिय मित्र,

तुम्हारा पत्र पढ़कर मुझे बहुत दुःख हुआ कि इन दिनों तुम्हारा स्वास्थ्य खराब है मित्र अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखो. वो कहावत तो तुमने सुनी ही होगी एक तंदुरुस्ती हजार नियामत या Health is Wealth स्वस्थ रहने के लिए तुम प्रतिदिन व्यायाम किया करो और सुबह जल्दी उठकर पार्क या बगीचे आदि में टहलने जाया करो और सुबह उठकर पार्क या बगीचे आदि में टहलने जाया करो, क्योंकि प्रातः कालीन व्यायाम हमें ताज़गी देता है और हमारे तन मन को चुस्ती फुर्ती से भर देता है, इस प्रकार व्यायाम हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी है. यदि तुम प्रतिदिन एक घंटा व्यायाम पर लगाओगे तो अपने स्वास्थ्य में तुम्हे शीघ्र ही लाभ दिखाई देगा.

तुम्हारे पत्र के उत्तर की प्रतीक्षा में,

तुम्हारा मित्र

रजनीश सिंह

#SPJ2

Similar questions