apne parivaar ke 5 sadasyon ke pasand aur napasand ke baare mei likhe.. Needs Fast
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अच्छा तो यही होगा कि परिवार के सब सदस्य साथ मिल बाँट कर डिमेंशिया (मनोभ्रंश) वाले व्यक्ति की देखभाल के बारे में सोचें और काम करें. अच्छा है यदि सब लोग जानें कि स्थिति क्या है, और सबको एक दूसरे पर भरोसा हो, और देखभाल में क्या करना है, क्या नहीं, इस पर सहमति भी हो. सच तो यह है कि अधिकाँश परिवारों में लोग जानते नहीं हैं कि डिमेंशिया से ग्रस्त व्यक्ति की देखभाल कितनी लंबी चल सकती है और इसमें कितनी चुनौतियाँ होंगी, इसलिए वे सब मिल कर इस पर चर्चा नहीं करते, और न ही कोई योजना बनाते हैं. इस पृष्ठ पर: परिवारों में देखभाल का कार्यभार बांटना: कुछ आम परिस्थितियाँ. परिवारों में किस तरह की समस्याएँ आती हैं, किस तरह की गलतफहमी हो सकती है. साथ मिल कर देखभाल की योजना बनाएँ. साथ रहने वाले देखभाल कर्ता के लिए सुझाव . दूर रहने वाले परिवार जनों के लिए सुझाव . बच्चों को डिमेंशिया के बारे में बताएं और उन्हें देखभाल में शामिल करें
Answer:
परिवार एक ऐसी सामाजिक संस्था है जो आपसी सहयोग व समन्वय से क्रियान्वित होती है और जिसके समस्त सदस्य आपस में मिलकर अपना जीवन प्रेम, स्नेह एवं भाईचारा पूर्वक निर्वाह करते हैं। संस्कार, मर्यादा, सम्मान, समर्पण, आदर, अनुशासन आदि किसी भी सुखी-संपन्न एवं खुशहाल परिवार के गुण होते हैं। कोई भी व्यक्ति परिवार में ही जन्म लेता है, उसी से उसकी पहचान होती है और परिवार से ही अच्छे-बुरे लक्षण सिखता है। परिवार सभी लोगों को जोड़े रखता है और दुःख-सुख में सभी एक-दूसरे का साथ देते हैं। कहते हैं कि परिवार से बड़ा कोई धन नहीं होता हैं, पिता से बड़ा कोई सलाहकार नहीं होता हैं, मां के आंचल से बड़ी कोई दुनिया नहीं,