Apne sache mitra pr adharit koi ek ghatna ape shabdo me niband
Answers
व्यक्ति के जन्म के बाद से वह अपनों के मध्य रहता है, खेलता हैं, उनसें सीखता हैं पर हर बात व्यक्ति हर किसी से साझा नहीं कर सकते। व्यक्ति का सच्चा मित्र ही उसके प्रत्येक राज़ को जानता है। पुस्तक ज्ञान की कुंजी है, तो एक सच्चा मित्र पूरा पुस्तकालय, जो हमें समय-समय पर जीवन के कठिनाइयों से लड़ने में सहायता प्रदान करता है।] व्यक्ति के व्यक्तित्व के निर्माण में दोस्तों की मुख्य भुमिका होती है। ऐसा कहा जाता है की व्यक्ति स्वयं जैसा होता है वह अपने जीवन में दोस्त भी वैसा ही चुनता है। और व्यक्ति से कुछ गलत होता है तो समाज उसके दोस्तों को भी समान रूप से उस गलती का अवसर समझते हैं।
दोस्ती
मित्रता सोच-समझ कर करें
जहाँ लोग आपसे बात कर सकते हैं अपने स्वार्थ सिद्धि के मनुकामना से करते हैं ऐसे में सच्ची मित्रता भी बहुत कम लोगों को प्राप्त हो रही हो। प्रचीन समय से ही लोग अपनी इच्छाओं व अकांक्षाओं की पूर्ति के लिए दोस्ती करते हैं और अपना कार्य हो जाने पर अपने जीवन में व्यस्त हो जाते हैं। इसलिए व्यक्ति को दोस्ती का हाथ हमेशा सोच समझ कर अन्य की ओर बढ़ाना चाहिए।
निष्कर्ष
व्यक्ति के व्यक्तित्व का दर्पण उसके द्वारा बनाए गए मित्र होते हैं, व्यक्ति को सदैव अपने दोस्तों का चुनाव सोच-समझ कर करना चाहिए। जीवन में "सच्ची मित्रता" और "मतलब की मित्रता" में भेद कर पाना मूल रूप से एक चुनौती है और व्यक्ति को व्यक्ति की संदेश कर दोस्तों का चुनाव करना चाहिए।
Answer:
सच्चा मित्र मेरे अनुसार वही होता है जो आपकी हर समय बुराई न करे और न ही हर समय आपकी प्रसंसा करे । वह आपको गलत काम करने से पहले रोक दे । आपको गलत सोचते हुये भी डाटने लगे । सच्चा मित्र वही है हर सुख में न सही पर हर दुःख में हमारे साथ होना चाहिए ।