Hindi, asked by siddharth7790, 9 months ago

apne sapne ke bhare me kavitha ki rachana?​

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Answered by yerpuladeepa
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Answer:

होंगे कब सपने मेरे पूरे ,

मन की ये आवाज़ है.

कब मिलेगा वो सब मुझको ,

जिसका न आगाज़ है..

सपनों ने मेरी नींदे लूट लीं ,

चैन भी मेरा छीन लिया

.

इन सपनों ने सपने में भी ,

चैन से न जीने दिया..

और कितना यें तड़पाएगें ,

इसका न अंदाज़ है

.

कब मिलेगा वो सब मुझको ,

जिसका न आगाज़ है…….

सुनकर मेरे सपनों को बस ,

दुनिया सारी हँसती है

.

बिन पंखो की कहकर मुझको ,

ताने देती रहती है..

क्यों करती है ये सब दुनियाँ ,

इसका कोई न राज़ है.

कब मिलेगा वो सब मुझको ,

जिसका न आगाज़ है…….

नहीं सहारा कोई मुझको ,

अब तक गिरता रहा हूँ मैं

.

सब तो बढ़ जाते है आगे,

अब तक डूबता रहा हूँ मैं

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