apni Galti par Chama yachna karte hue bade bhai ko Patra likhe
Answers
Explanation:
18, दरियागंज,
दिल्ली।
दिनांक 16 मार्च, 20XX
प्रिय भैया,
सादर चरण-स्पर्श।
मैं इस पत्र के माध्यम से पिछले दिनों हुई अपनी गलती के लिए माफी माँगना चाहता हूँ। पिछले दिनों मैंने अपने पत्र में क्रोधवश आपके के लिए कुछ अनुचित शब्दों का प्रयोग किया था। पत्र पढ़कर आपको को दुःख पहुँचा। इसका मुझे खेद हैं।
मेरे मन में आपके के लिए सदैव आदर का भाव रहा हैं। परन्तु मैंने भ्रमवश आपके हृदय को ठेस पहुँचाने का अक्षम्य अपराध किया हैं।
मैं अपनी भूल के लिए आपसे क्षमा-याचना करता हूँ। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि भविष्य में ऐसी गलती मुझसे भूलकर भी नहीं होगी। आशा हैं कि आप मुझे अबोध जान कर क्षमा कर देंगे।
पिताजी और माताजी को चरण-स्पर्श तथा पूनम को प्यार।
आपका छोटा भाई,
रमन कुमार
अपनी गलती पर क्षमा याचना करते हुए बड़े भाई को पत्र निम्न प्रकार से लिखा गया है।
111, कुंज विला
अंधेरी,
मुंबई ।
दिनांक : 2/8/22
आदरणीय भाई साहब,
आशा है आप सभी सकुशल होंगे, यहां पर भी सब कुशल मंगल है।
आगे समाचार यह है कि मै अपनी गलती की क्षमा याचना करना चाहता हूं।पिछली बार जब मै घर आया था तब मैंने एप्पल कंपनी की मोबाइल लेकर देने की जिद की थी, आप लोगों के मना करने पर मैंने आपको बहुत बुरा भला कहा था व आपसे बदतमीजी से बात की थी। मै रूठ कर घर से छात्रावास वापस अा गया था। अब मुझे अपनी गलती का अहसास हो गया है, आप लोगों ने इतनी मुश्किलों से मुझे पढ़ाया है, मेरे कॉलेज की फीस, छात्रावास के खर्चे यह सब आप लोग कैसे करते होंगे, उसका अहसास मुझे नहीं था, मैंने आपकी , माता जी व पिताजी की कभी कद्र नहीं की।
मुझे क्षमा कर दीजिए, भविष्य में मै ऐसी गलती नहीं करूंगा।
माताजी व पिताजी को मेरा प्रणाम देना।
आपका छोटा भाई,
क. ख. ग ।
#SPJ2