apni maa ko dhanyawaad kehte hue patra likho
Answers
नमस्कार।
यहाँ पर हम सभी लोग कुशल से हैं और आशा करता हूँ कि तुम भी अपने परिवार के साथ सकुशल होगे। मित्र! परसों मेरी बारहवीं वर्षगांठ थी। इस अवसर पर मेरे पापा ने सभी सगे-सम्बन्धियों तथा मित्रों को भी आमंत्रित किया था।
मित्र! इस शुभ अवसर पर तुम्हारे सिवा प्रायः सभी लोग आये थे। हम सभी तुम्हे बार-बार याद कर रहे थे। जन्मदिन का उत्सव खूब जोर-शोर से चल रहा था, तभी अचानक डाकिये की आवाज आयी। मैं निकलकर बाहर आया तो उसने मुझसे हस्ताक्षर कराकर एक छोटा सा पार्सल दिया। मैंने जैसे ही उस पार्सल को खोला तो उसमें से एक सुन्दर सी घड़ी निकली, जिसे तुमने उपहारस्वरूप भेजा था।
प्रिय मित्र! मैं इस सुन्दर उपहार के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूँ। मैं तुम्हारे द्वारा भेजे गए इस उपहार का सदुपयोग करूँगा और इससे पूरा-पूरा लाभ उठाउंगा। अच्छा अब पत्र समाप्त करता हूँ। शेष शुभ-
तुम्हारा प्रिय मित्र
20 जनवरी, 2014
XX
Mitra ki jaghay maa kar Dena bas
राजीव नगर,
भलस्वा गाँव,
दिल्ली।
दिनांक 21 जुलाई, 20XX
आदरणीय मा जी,
सादर चरण-स्पर्श।
आज सुबह आपके द्वारा भेजी गई सुन्दर-सी घड़ी पाकर मुझे अत्यन्त ख़ुशी हुई। आपने सदैव मुझे समय का सदुपयोग करने और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी हैं। मामा जी, यह उपकार मेरे वर्तमान और भविष्य दोनों के लिए ही सुखकर हैं, क्योंकि जो निश्चित समय-तालिका बनाकर उस पर दृढ़ता से चलते हैं, वे ही जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि मैं हर कार्य समय पर करूँगा।
घड़ी इतनी आकर्षक और सुन्दर हैं कि घर में सब ने इसकी सराहना की हैं। हालाँकि जन्म-दिन पर आपकी अनुपस्थिति मुझे बहुत खल रही थी, परन्तु अब घड़ी के साथ मिला आपका पत्र पढ़कर मैं आपकी परेशानी से अवगत हो गया हूँ।
अब आपका स्वास्थ्य कैसा हैं, माताजी को आपके स्वास्थ्य की बहुत चिन्ता हैं। ईश्वर आपको शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे। इतने सुन्दर और आकर्षक उपहार के लिए एक बार पुनः मैं आपका हार्दिक धन्यवाद करता हूँ।
आपका,
जितेन्द्र