अर्चिता भोसले 54 शांति नगर नासिक से अपने परिसर के उद्यान की दुर्दशा की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए आयुक्त महानगर परिषद नाशिक को पत्र लेखन
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दिए गए विषय पर पत्र निम्न प्रकार से लिखा गया है।
अर्चिता भोंसले ,
54,
शांति नगर,
नासिक।
आयुक्त,
महानगर परिषद,
नाशिक।
दिनांक : 27/9/22
विषय : परिसर के उद्यान की दुर्दशा की शिकायत हेतु।
माननीय महोदय,
मै अर्चिता भोंसले , शांति नगर , नाशिक निवासी आपका ध्यान हमारे परिसर के उद्यान की दुर्दशा की ओर आकर्षित करना चाहती हूं।
उद्यान के सारे पेड़ पौधे सूख गए है। उद्यान में न तो हरी घास है तथा न ही पेड़ बचे है। चारों ओर मिट्टी व रेत ही दिखती है। जिसके कारण बच्चे वहां खेल नहीं पाते है। हमारी कालोनी में बच्चे वर्षों से उसी उद्यान में खेलने जाते है। बड़े बुजुर्ग वहां सुबह व शाम को अपना समय व्यतीत करने जाते है। अब वहां कोई बेंच भी नहीं है बैठने के लिए , सभी टूट फूट गई है। इससे बुजुर्गो को बड़ी समस्या हो रही है ।
युवक वहां क्रिकेट व फुटबाल खेला करते थे लेकिन मिट्टी होने से उन्हें खेलने में असुविधा हो रही है। हम सभी बहुत परेशान है क्योंकि आस पास और कोई पार्क नहीं है।
अतः आप कृपया शीघ्र से शीघ्र इस उद्यान में मरम्मत का कार्य करवाएं। यह आपसे पूरी कॉलोनी की ओर से मेरी विनती है ।
भवदीय,
अर्चिता भोंसले,
नाशिक ।
#SPJ2