अर्जुन भगवान श्री कृष्ण में अर्जुन भगवान श्रीकृष्ण से भगवत गीता 3 पॉइंट 36 में पूछते हैं कि यद्यपि यद्यपि लोग पाप कर्म करना नहीं चाहते जैसे नशा धूम्रपान जुआ अनैतिक संबंध फिर भी मजबूर होकर हुए करते हैं हम यह भी जानते हैं कि लोग सिर्फ शुरुआत में कहते हैं कि वह धूम्रपान और नशा पान नियंत्रित रूप से करेंगे परंतु समय के साथ-साथ वह अनियंत्रित हो जाता है क्या कारण है कि लोग बुरी आदत में स्वस्थ जाते हैं गीता 3.37
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