अर्द्धशासकीय पत्र का प्रारूप चित्र बनाइए |
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Answer:
अर्द्धसरकारी पत्र
अर्द्धशासकीय पत्र सं० 622/7 –
अजय कुमार बंसल
कार्यालय, प्रधानाचार्य
जगमोहन स्नातकोत्तर महाविद्यालय
इलाहाबाद, दिनांक 4 नवम्बर, 2019
विषय छात्रावास में बिजली आपूर्ति में गड़बड़ी।
प्रिय महोदय,
आपसे टेलीफोन पर हुई वार्ता के अनुसार मैं छात्रावास में 30 अक्टूबर को हुई घटना की वास्तविकता का पता लगाने में व्यस्त था कि आपका 3 नवम्बर का अर्द्धशासकीय पत्र सं. प्राप्त हुआ। यह सही है कि कुछ छात्रों ने ए० डी० ओ० के कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। यह भी सही है कि बिजली कर्मचारियों के छात्रावास पहुंचने पर उनके साथ कुछ छात्रों ने अभद्रता का व्यवहार करने का प्रयास किया।
मैं आपकी इस बात से सहमत हूँ कि पुलिस और छात्रों का छोटी-मोटी बातों को लेकर आमने-सामने होना वांछनीय नहीं है। अतः मैं अपने स्तर से उत्पादी छात्रों पर अंकुश लगने की एक पूरी योजना बना रहा हूँ। कृपया पुलिस को पृष्ठभूमि में ही रखें।
छात्रावास में बिजली की गड़बड़ी को लेकर छात्रों में घोर असंतोष है और उनका पठन पाठन भी उससे बाधित हो रहा है। ए० डी० ओ० से मेरी बात हो चुकी है और ऐसी व्यवस्था हो रही है कि बिजली कर्मचारियों के साथ महाविद्यालय के कुछ वरिष्ठ अध्यापक छात्रावास जायें और उनकी उपस्थिति में वहाँ बिजली की गड़बड़ी ठीक की जाये। यों बिजली कर्मचारियों से छात्रावास के अंतेवासी छात्रों का सम्बन्ध परम्परा से बहुत अच्छा रहा है। 28 अक्टूबर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को उसका केवल एक अपवाद माना जाये ।
श्री नमन मिश्र
आई.ए.एस.
जिलाधिकारी, इलाहाबाद।
आपका सद्भावी
अजय कुमार बंसल
Explanation:
अर्दूशासकीय पत्र /अर्द्व सरकारी पत्र
● सरकारी काम के प्रसंग में कई बार किसी न किसी अधिकारी को दूसरे अधिकारी अथवा दूसरे मंत्रालय/विभाग के अधिकारी को किसी बात की ओर विशेष ध्यान दिलाने, आपस में सलाह करने, विचारों या सूचनाओं का आदान-प्रदान करने, कोई सूचना देने या किसी का स्पष्टीकरण देने या चाहने की आवश्यकता पड़ती है। तब अर्द्धशासकीय पत्रों का आदान-प्रदान होता है।
• इस पत्र का स्वरूप व्यक्तिगत पत्र के समान होता है अर्थात उत्तम पुरूष और द्वितीय पुरूष में- मैं और आप से, परन्तु बात का प्रसंग कोई सरकारी काम ही होता है। कभी-कभी यह पत्र गोपनीय होता है।
अर्द्धशासकीय पत्र (D.O) अर्धशासकीय पत्र भी सरकारी कामकाज के सम्बन्ध में ही लिखा जाता है, पर यह शासकीय पत्र के समान उतना औपचारिक नहीं होता। शासन के दो विभिन्न विभागों के अधिकारी शासकीय कार्य के सम्बन्ध में परस्पर जानकारी प्राप्त करने, सूचना देने, स्पष्टीकरण देने या मांगने अथवा कार्य को शीघ्र निपटाने के उद्देश्य से अर्द्धशासकीय पत्र का माध्यम प्रयोग में लाते हैं। सच तो यह है कि सरकारी कार्य को निपटाने के लिए अर्द्धशासकीय पत्र एक तरह का व्यक्तिगत पत्र होता है। यों भी कह सकते हैं कि अर्द्धशासकीय पत्र मौखिक वार्तालाप का स्थानापन्न है।
कभी-कभी शासकीय पत्र के कार्य के शीघ्र निष्पादन में अनावश्यक विलम्ब होते देख अधिकारी अर्द्धशासकीय पत्र का अवलम्बन करते हैं। इसका लहजा व्यक्तिगत होता है और नौकरशाही विलम्ब पर विजय पाने का यह एक अच्छा तरीका है।
#SPJ3