Hindi, asked by tushikaramteke, 5 months ago

अर्धनिशा वह आयो भौन । सुंदरता बरनै कवि कौन ।।
निरखत ही मन भयो अनंद । क्यों सखि साजन? ना सखि चंद।।
शोभा सदा बढ़ावन हारा । आँखिन से छिन होत न न्यारा ।।
आठ पहर मेरो मनरंजन । क्यों सखि साजन ? ना सखि अंजन ।।
जीवन सब जग जासों कहै । वा बिनु नेक न धीरज रहै ।।
हरै छिनक में हिय की पीर । क्यों सखि साजन? ना सखि नीर।।
बिन आए सबहीं सुख भूले । आए ते अंग-अंग सब फूले ।।
सीरा भई लगावत छाती । क्यों सखि साजन? ना सखि पाती ।। inn panktiyo ka bhavarth

Answers

Answered by zipathan939
5

Answer:

ye question ke points jayda karo phir sab answer dene!

Similar questions
Math, 2 months ago