Hindi, asked by aarjunvishwakrma0243, 1 day ago

अर्धनरिश्वर शीर्षक पाठ में कौन स्वयं वृत बन गया और नारी को उसने कली मान लिया​

Answers

Answered by vimalkumar8635
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Answer:

सृष्टि के निर्माण के हेतु शिव ने अपनी शक्ति को स्वयं से पृथक किया। शिव स्वयं पुल्लिंग के तथा उनकी शक्ति स्त्री लिंग की द्योतक हैं । पुरुष (शिव) एवं स्त्री (शक्ति) का एका होने के कारण शिव नर भी हैं और नारी भी, अतः वे अर्धनरनारीश्वर हैं। ... ब्रह्मा के समस्या के सामाधान हेतु शिव अर्धनारीश्वर स्वरूप में प्रगट हुए।

Answered by kumarraju85997
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Explanation:

chanchal Shabd ka striling Roop Kya Hota Hai

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