अरब इजरायल विवाद के समाधान के लिए राष्ट्र संघ के प्रयासों पर प्रकाश डालिए
Answers
Answer:
मध्यपूर्व में शान्ति स्थापना के लिए सोवियत संघ ने एक चार-सूत्री योजना प्रस्तुत की, जो इस प्रकार है:
(i) इजरायल की सेना जून, 1967 से पहले की सीमा पर वापस लौट जाये ।
(ii) शान्ति बनाये रखने के उद्देश्य से सीमाओं पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा व्यवस्था की जाये ।
(iii) दोनों पक्षों के बीच, चार बड़े देश-अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस और सोवियत संघ पुन: युद्ध नहीं छिड़ने देंगे ।
(iv) अरब राष्ट्रों के द्वारा इजरायल के विरुद्ध युद्ध की स्थिति को समाप्त किया जाय |
i hope it's helpful for you
सबसे पहले अरब इजरायल युद्ध सन 1948 में अरब देशों जिसमें इराक, सीरिया, मिस्र (इजिप्ट) और जॉर्डन शामिल थे और इजरायल के बीच हुआ था। जहां एक तरफ अनेक अरब देश थे तो दूसरी तरफ इजराइल अकेला था, लेकिन इस युद्ध में अरब देशों को मुँह की खानी पड़ी। उसके बाद 1967 में अरब-इजरायल युद्ध हुआ था, यह युद्ध 6 दिन तक चला। इस युद्ध में इजरायल ने सबसे पहले मिस्र (इजिप्ट) पर हमला किया और उसकी सारी वायु सेना को तबाह कर दिया था। इस तरह युद्ध के पहले दिन से ही इजरायल ने युद्ध पर अपनी पकड़ बनीा ली। मिस्र (इजिप्ट) पर इजरायली हमले के बाद अरब के अन्य देश भई इस युद्ध में कूद पड़े और 5जून 1967 को शुरु हुआ ये युद्ध 6 दिन तक चला। इसके पश्चात 11 जून संयुक्त राष्ट्र संघ के हस्तक्षेप के बाद युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर हुए। इस युद्ध में भी इजरायल की जीत हुई थी।
अक्टूबर 1973 में अरब इजरायल के बीच फिर से युद्ध आरंभ हो गया और उस समय संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस युद्ध को रोकने की कोई त्वरित कार्यवाही तो नहीं की थी लेकिन जब युद्ध अधिक उग्र रूप धारण करने लगा तहत संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप से 11 नवंबर 1973 को मिस्र (इजिप्ट) और इजरायल के बीच एक छः सूत्री समझौता किया गया और युद्धविराम हो गया।।
≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡