Arthalankar kise kahte hai
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Answer:
अर्थालंकार किसे कहते हैं उदाहरण सहित लिखें
काव्य की शोभा बढ़ानेवाले तत्वों का अलंकार कहते है। अलंकार के मुख्य दो भेद है- शब्दालंकार और अर्थालंकार। जहाँ शब्दों में चमत्कार आ जाता है वहाँ शब्दालंकार तथा जहां अर्थ के कारण रमणीयता आ जाती है उसे अर्थालंकार कहते है।
Answer:
अर्थालंकार संस्कृत [संज्ञा पुल्लिंग] वह अलंकार जो शब्द नहीं बल्कि अर्थ में चमत्कार उत्पन्न करता हो।
अर्थालंकार- संज्ञा पुलिंग [संस्कृत अर्थआलङ्कार] वह अलंकार जिसमें अर्थका चमत्कार दिखाया जाय । शब्दालंकार के विरुद्ध अलंकार
Explanation:
जिस अलंकार में अर्थ के माध्यम से काव्य में चमत्कार उत्पन्न होता है, वहाँ अर्थालंकार होता है। इसके प्रमुख भेद हैं।
उपमा
मुख्य लेख : उपमा अलंकार
जहाँ एक वस्तु या प्राणी की तुलना अत्यंत सादृश्य के कारण प्रसिद्ध वस्तु या प्राणी से की जाए, वहाँ उपमा अलंकार होता है। उपमा अलंकार के चार तत्व होते हैं-
उपमेय - जिसकी उपमा दी जाए अर्थात् जिसका वर्णन हो रहा है।
उपमान - जिससे उपमा दी जाए।
साधारण धर्म - उपमेय तथा उपमान में पाया जाने वाला परम्पर समान गुण।
वाचक शब्द - उपमेय और उपमान में समानता प्रकट करने वाला शब्द जैसे- ज्यों, सम, सा, सी, तुल्य, नाई।