Articleon Rajasthan in Hindi
Answers
Answer:
भारत के सर्वाधिक सुंदर राज्यों में राजस्थान का नाम भी आता हैं. सभी राज्यों में क्षेत्रफल की दृष्टि से यह सबसे बड़ा राज्य हैं यह देश के पश्चिम में पाकिस्तान से सटा राज्य हैं. राजस्थान की राजधानी जयपुर है यह राज्य अपने शाही इतिहास शानो शौकत तथा किले व महलों के कारण प्रसिद्ध हैं. यहाँ की प्राकृतिक सुन्दरता तथा इतिहास की धरोहर देखने लायक हैं.
हर वर्ष बड़ी तादाद में देशी विदेशी पर्यटक राजस्थान की सैर करने आते हैं. स्वतन्त्रता से पूर्व यह राज्य कई देशी रियासतों एवं ठिकानों में विभाजित था. संयुक्त रूप से इसे राजपूताना कहा जाता था. जिसका अर्थ होता है राजा महाराजाओं की भूमि.
पर्यटकों के लिए राजस्थान के कई स्थल विशेष आकर्षण का केंद्र होते हैं. विदेशी आगन्तुक जो भारत भ्रमण के लिए आते है अधिकतर लोग राजस्थान को जरुर देखने आते हैं. यहाँ के ऐतिहासिक शहर जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, चित्तौड़गढ़ के किले, दुर्ग, महल व प्राचीन स्थल आज भी इतिहास को ताजा कर देते हैं. राज्य का सबसे बड़ा शहर जयपुर है जिसे गुलाबी नगर भी कहा जाता हैं.
342,269 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला यह देश का सबसे बड़ा राज्य हैं. देश की कुल क्षेत्रफल के लगभग 11 प्रतिशत भाग में बसा हैं. इसका अधिकतर भाग मरुस्थलीय हैं. जहाँ सर्वाधिक रेतीली भूमि है तथा वर्षा अल्प मात्रा में होती है इस कारण अक्सर सूखा पड़ता हैं.
उष्णकटिबंधीय शुष्क जलवायु के इस प्रदेश में सबसे ठंडा स्थान माउंड आबू तथा सर्वाधिक शुष्क स्थल फलौदी है. राज्य के 60 प्रतिशत भाग में घने रेत के धोरे हैं. राज्य के लोगों का पहनावा अपने आप में खास हैं. अलग अलग क्षेत्रों में लोग विविध तरह वस्त्र पहनते हैं. यहाँ की पारम्परिक वेशभूषा में पुरुषों के लिए धोती कुर्ता व महिलाओं के लिए लहंगा, चुनरी विशेष उल्लेखनीय हैं.
राज्य में अधिकतर लोग हिंदी जानते हैं. यहाँ की मातृभाषा राजस्थानी है जो मारवाड़, मेवाड़, शेखावटी आदि क्षेत्रों में अलग अलग स्वरूपों में देखने को मिलती हैं. विभिन्न पर्व उत्सवों पर यहाँ के लोकगीत मनभावन होते है.
राजस्थान की जनसंख्या हिन्दू बहुल है यहाँ अन्य सभी धर्मों के लोग भी निवास करते हैं. राज्य के मुख्य त्यौहार वही है जो देश के अन्य भागों में सामान्य तौर पर मनाए जाते हैं. तीज, उबछ्ठ, गोगा नवमी, तेजा दशमी, गणगौर यहाँ के स्थानीय पर्व एवं उत्सव हैं.
यहाँ कई तरह के मेलों का आयोजन होता हैं. पुष्कर, रामदेवरा, परबतसर, गोगामेडी तथा अजमेर शरीफ में राज्य के बड़े मेले भरते हैं. बाँसवाड़ा डूंगरपुर में आदिवासियों का कुम्भ कहा जाने वाला बेणेश्वर का मेला भरता हैं.
Explanation:
please mark me as brain list