असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो,
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम,
कुछ किए बिना ही जय जयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।
(क) उपर्युक्त पंक्तियाँ किस कविता से ली गई हैं?
(ख) उपरोक्त पंक्तियाँ किस कवि द्वारा लिखी गई हैं?
(गे) असफलता को चुनौती क्यों कहा गया है?
9) संघर्ष का मैदान किसे कहा गया है?
Answers
Answer:
1कोशिश करने वालों की हार नही होती
2 सोहन लाल दरिवेदी जी
3क्युकी असफलता हमारे जीवन का inportant पार्ट है ,असफलता से हमे sad नही होना चाहिए बल्कि उसे प्रेरणा लेना चाहिए।
4diffrent stage of life in which we have to struggle.
Answer:
Ans 1- उपर्युक्त पंक्तियां " कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती" कविता से ली गई है।
Ans 2- उपर्युक्त पंक्तियां " हरिवंशराय बच्चन" कवि द्वारा लिखी गई हैं।
Ans3- असफलता को चुनौती इसलिए कहा गया है क्योंकि असफलता बार-बार आने की कोशिश करती है परंतु हमें पीछे नहीं हटना चाहिए उसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार करके उसका सामना करना चाहिए और उस पर विजय प्राप्त करना चाहिए।
Ans 4 संघर्ष का मैदान कवि ने आजादी के लिए बोला है ये कविता हरिवंशराय जी ने आजादी के समय कांतिकारियों को प्रेरित करने के लिए लिखी थी संघर्ष करणमे का ताप्य् आजादी दिलाने से है।