‘अट नहीं रही है कविता के काव्य सौंदर्य के बारे में लिखिए |
Answers
Answered by
2
Explanation:
'अट नहीं रही है' कविता जो कि 'सूर्यकांत त्रिपाठी निराला' द्वारा लिखी गई है, इस कविता में कवि ने वसंत ऋतु के सौंदर्य का बड़ा ही सुंदर एवं मार्मिक वर्णन किया है। ऋतुओं की रानी वसंत का सौंदर्य प्रकृति में चारों तरफ इस तरह बिखरा है कि सृष्टि उसे संभाल नहीं पा रही। ... यह मनमोहक सौंदर्य प्रकृति में समा नहीं पा रहा है।
Answered by
1
अट नहीं रही है' कविता जो कि 'सूर्यकांत त्रिपाठी निराला' द्वारा लिखी गई है, इस कविता में कवि ने वसंत ऋतु के सौंदर्य का बड़ा ही सुंदर एवं मार्मिक वर्णन किया है। ऋतुओं की रानी वसंत का सौंदर्य प्रकृति में चारों तरफ इस तरह बिखरा है कि सृष्टि उसे संभाल नहीं पा रही। ... यह मनमोहक सौंदर्य प्रकृति में समा नहीं पा रहा है।
Similar questions