Business Studies, asked by Jchoudharee, 2 months ago

अति पूंजीकरण के कारण ओर प्रभाव?​

Answers

Answered by mukeshsharma4365
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Answer:

अति पूँजीकरण अंशधारियों एवं कम्पनी के व्यापक हित में वांछनीय नहीं है। इसके फलस्वरूप लाभांश की दर कम होती है, अंशों के बाजार मूल्य में कमी आती है और अधिक कोष एकत्र करने में कठिनाई आती है।

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