अदम्य जीवन ' रिपोर्ताज में परिवेश का जीवन्त निरुपण किस प्रकार किया गया है ? सिद्ध कीजिए '
Answers
Answer:
रिपोर्ताज गद्य-लेखन की एक विधा है। रिपोर्ताज फ्रांसीसी भाषा का शब्द है। रिपोर्ट अंग्रेजी भाषा का शब्द है। रिपोर्ट किसी घटना के यथातथ्य वर्णन को कहते हैं। रिपोर्ट सामान्य रूप से समाचारपत्र के लिये लिखी जाती है और उसमें साहित्यिकता नहीं होती है। रिपोर्ट के कलात्मक तथा साहित्यिक रूप को रिपोर्ताज कहते हैं। वास्तव में रेखाचित्र की शैली में प्रभावोत्पादक ढंग से लिखे जाने में ही रिपोर्ताज की सार्थकता है। आँखों देखी और कानों सुनी घटनाओं पर भी रिपोर्ताज लिखा जा सकता है। कल्पना के आधार पर रिपोर्ताज नहीं लिखा जा सकता है। घटना प्रधान होने के साथ ही रिपोर्ताज को कथातत्त्व से भी युक्त होना चाहिये। रिपोर्ताज लेखक को पत्रकार तथा कलाकार दोनों की भूमिका निभानी पडती है। रिपोर्ताज लेखक के लिये यह भी आवश्यक है कि वह जनसाधारण के जीवन की सच्ची और सही जानकारी रखे। तभी रिपोर्ताज लेखक प्रभावोत्पादक ढंग से जनजीवन का इतिहास लिख सकता है।
इस रिपोर्ट को राघेव राघव ने तैयार की है जिसका नाम अदम्य जीवन रखा है
Explanation:
इस रिपोर्ट को राघेव राघव ने तैयार की है जिसका नाम अदम्य जीवन रखा है रिपोर्ट की शुरुवात करने से पहले रिपोर्ट विधा पर सोच विचार किया गया है इस रिपोर्ट को तेयार करने में कोन कोन से तत्वो की क्या क्या भूमिका इस और इसी के साथ जो आलोचक लोग है उन्होने इस रिपोर्ट का मूल्यांकन कैसे किया है इस विधा में रिपोर्टज़ की जो परंपरा है उसके विकास को भी दिखाया गया है अदम्य जीवन इकाई भी इसी संपर्त्यय पर आधारित है अतः इस पूरी इकाई में लेखक की जो रचना है वह उसके उद्देश्ये और नजरिए पर आधारित है जो अदम्य जीवन के मूल्यांकन करने में हमारे लिए एक प्रकार से सहायक है अदम्य जीवन के अगला जो भाग है उसमे उसके संवेदनात्मक पक्ष के बारे मे बताया हुआ है अदम्य जीवन इकाई मे युगीन समस्याओ को ,छितरी यथार्थ और संघर्ष शील जीवन जीने की लेखक की की ईक्षा को दिखाया गया है इसमे लेखक की आस्था को अलग अलग माध्यम से स्पष्ट किया गया है |