अधोलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए -
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो न कोई,
जा के सिर मोर-मुकुट, मेरो पति सोई,
छोड़ि दयी कुल की कानि, कहा करिहै कोई ?
संतन ढिंग बैठि-बैठि, लोक-लाज खोयी,
अंसुवन जल सींचि-सींचि, प्रेम-बेलि बोयी,
अब त बेलि फैलि गयी, आणंद-फल होयी,
दूध की मथनियाँ बड़े प्रेम से विलोयी,
दधि मथि घृत काढ़ि लियो, डारि दयी छोयी,
भगत देखि राजी हुयी, जगत देखि रोयी,
दासि मीरा लाल गिरधर की तारो अब मोही।।
मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरों न कोई मीराबाई ऐसा क्यों कहती हैं?
छांड़ि दयी कुल की कानि में किन सामाजिक विडंबनाओं का चित्रण किया गया
मीरा किन्हें देख कर रोती हैं और क्यों ?
ख-
ग-
अथवा
तो-
गानो
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hsgshshsgydt#tsuuy87
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