अधोलिखित श्लोकस्य अन्वय सहितं सरलम् अर्थं हिन्द्यां संस्कृते वा लिखत नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मणः।
शरीर यात्रापि च ते न प्रसिद्धयेदकर्मण: ॥
Answers
Answered by
4
Answer :
अन्वयः त्वं नियतं कर्म कुरु। हि अकर्मणः कर्मज्यायः। अकर्मणः च ते शरीरयात्रा अपि ने प्रसिद्धयेत् ।
सरलार्थ:-हे अर्जुन तू नियत किए गए अपने कर्म को कर। क्योंकि कर्म न करने की अपेक्षा कर्म करना श्रेष्ठ है तथा कर्म न करने से तेरा शरीर निर्वाह भी नहीं सिद्ध होगा।
Similar questions
English,
5 months ago
Chemistry,
5 months ago
India Languages,
11 months ago
India Languages,
11 months ago
Math,
1 year ago