Chemistry, asked by Bhanu655, 10 months ago

अधिशोषण एवं अवशोषण में अंतर लिखो​

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Answered by sibi61
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Hi buddy

Here is your answer

☑️ अधिशोषण एवं अवशोषण में अंतर (Different between Adsorption and Absorption) अधिशोषण केवल पृष्ठ पर होता है जबकि अवशोषण पदार्थ के आंतरिक भाग में समान रूप से होता है। Adsorption यानी अधिशोषण केवल पृष्ठीय प्रक्रम (Surface process) है जबकि अवशोषण पदार्थ के आंतरिक भाग का प्रक्रम है।☑️

Answered by suraj62111
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basic \:  \: information........

अधिशोषण एवं अवशोषण में अंतर (Different between Adsorption andAbsorption) अधिशोषणकेवल पृष्ठ पर होता है जबकिअवशोषण पदार्थ के आंतरिक भाग में समान रूप से होता है। Adsorption यानी अधिशोषणकेवल पृष्ठीय प्रक्रम (Surface process) है जबकि अवशोषण पदार्थ के आंतरिक भाग का प्रक्रम है।

brief \:  \: explanation......

अवशोषण (absorption)- अवशोषण के अन्तर्गत पादप जड़ों द्वारा भूमि से जल का अवशोषण करते हैं। जड़ें शाखित तत्व के रूप में मृदा में स्थापित होती हैं। पादप जल के साथ-साथ जड़ों द्वारा खनिज लवणों का भी अवशोषण करते हैं।

अवशोषण (absorption)- अवशोषण के अन्तर्गत पादप जड़ों द्वारा भूमि से जल का अवशोषण करते हैं। जड़ें शाखित तत्व के रूप में मृदा में स्थापित होती हैं। पादप जल के साथ-साथ जड़ों द्वारा खनिज लवणों का भी अवशोषण करते हैं।अधिशोषण (Adsorption)- किसी पदार्थ के कणों (particles) कि सतह पर अणुओं या आयनों का चिपकना अधिशोषण कहलाता है। चूंकी अधिशोषण क्रिया कणों की सतह पर होती है। इसलिए अधिशोषण क्षमता उनके उपलब्ध खुली सतह तथा रासायनिक प्रकृति पर निर्भर करती है।

अवशोषण (absorption)- अवशोषण के अन्तर्गत पादप जड़ों द्वारा भूमि से जल का अवशोषण करते हैं। जड़ें शाखित तत्व के रूप में मृदा में स्थापित होती हैं। पादप जल के साथ-साथ जड़ों द्वारा खनिज लवणों का भी अवशोषण करते हैं।अधिशोषण (Adsorption)- किसी पदार्थ के कणों (particles) कि सतह पर अणुओं या आयनों का चिपकना अधिशोषण कहलाता है। चूंकी अधिशोषण क्रिया कणों की सतह पर होती है। इसलिए अधिशोषण क्षमता उनके उपलब्ध खुली सतह तथा रासायनिक प्रकृति पर निर्भर करती है।कोलॉइडी कण आमाप मे बड़े तथा विक्षेपण माध्यम में स्वतन्त्र रूप से वितरित रहते हैं। इसलिए इनकी पृष्ठीय सतह का क्षेत्रफल अधिक होता है, जिसके फलस्वरूप इनकी अधिशोषण क्षमता अधिक होती है। कोलॉइडी कणों के अधिक पृष्ठीय क्षेत्रफल तथा अधिशोषण प्रकृति के कारण ही जीवद्रव्य में जटिल जैव रासायनिक क्रियाएँ सम्पन्न होती हैं।

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