अधोदत्तचित्रस्य वर्णनं मञ्जूषायां प्रदत्तपदानां सहायतया पञ्चवाक्येषु कुरुत।
विपणेः, अस्ति, शाकविक्रेतारः, शुनकः, विक्रीणन्ति, पुरुषः, ददाति, शाकानि, कदलीफलानि,
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Explanation:
भवतः नाम किं?
hi आपका नाम क्या है?
sa देव भोः पितरस्माकं परस्मिन् व्योम्नि तिष्ठसि। त्वदीयं कीर्त्यतां नाम तस्मिन् प्रीतिः सदास्तु नः॥ स्थाप्यतां तव सम्राज्यमत्रैव पृथिवीतले। भवेह सिद्धसंकल्पो यथासि स्वस्य धामनि॥ अन्नं दैनन्दिनं दत्त्वा पालयास्मान् दिने दिने। क्षमस्व चापराधान् नो ज्ञात्वाज्ञात्वा तु वा कृतान्॥ यथास्माभिर्हि चान्येषाम् अपराधा हि मर्जिताः। हे प्रभो न तथैवास्मान् गमयाधर्मवर्त्मनि॥ लोभात्पापप्रवृत्तिश्च दौरात्म्याच्चैव मोचय। युक्तमेतत् यतस्तेऽस्ति राज्यं प्रभाववैभवं। अत्र परत्र सर्वत्र अद्य श्वश्च युगे युगे॥
hi हे हमारे स्वरगिक पिता, तेरा नाम पवित्र माना जाए, तेरा राज्य अाए, तेरी इच्छा जैसे स्वर्ग मे॑ पूरी होती है॑, वैसे पर्िथ्वी पर भी हो, आज हमे॑ उतना भोजन दे, जो हमारे लिए आवश्क है, हमारे अपराध शमा कर, जैसे हम दूसरो के अपराध शमा करते है, हमारे विश्वास को मत परख पर॑तु हमे शैतान से बचा.
sa भारतदेशस्य राजधानी नवदेहली अस्ति।
hi भारत की राजधानी नई दिल्ली है।
sa कृपया उपविशतु।
hi बैठिए।
sa इयानीं किं पठसि?
hi तुम इस समय क्या पढ़ रहे हो?
sa किम् अहम् अनुवादं लिखामि? किम् अहम् अनुवादम् लेखिष्यामि
hi 1. क्या मैं अनुवाद लिखती हूँ ?
sa श्वः मम जन्मदिनम् अस्ति।
hi कल मेरा जन्मदिन है।
sa जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी ।
hi जननी-जन्मभूमी स्वर्ग से महान हैं।
sa पिता पुत्र को मारता है
hi पिता पुत्र को मार त
sa रष्यदेशे अस्मि।
hi मैं रूस में हूँ।
sa क्योकि तुम इसके योग्य हो , इसीलिये आपके पास सारी प्राकृतिक सुंदरता है।
hi क्योकि तुम इसके योग्य हो , इसीलिये आपके पास सारी प्राकृतिक सुंदरता है।
sa अहं चोक्षः पचामि।
hi मै चोखा बनाता हूँ।
sa अशिक्षित: मनुष्य: अङ्गुष्ठेन मुद्रां करोति।
hi अनपढ व्यक्ति अंगूठे से चिह्न करता है।
sa किं वर्षीणो सि?
hi तुम कितने साल के हो?
sa धनतेरस,दीपावली व भइयादूज की हार्दिक शुभ कामनायें
hi धनतेरस,दीपावली व भइयादूज की हार्दिक शुभ कामनायें