अध्यापकों द्वारा विद्यार्थियों को सजा देना शिष्य अधिकार अधिगम प्रति को किस प्रकार प्रभावित करता है पाठ सपनों के से दिन के आधार पर स्पष्ट कीजिए
Answers
सजा देना यानि सिख देना
सजा अधिकांश इसलिए दिया जाता है ताकि हमे अपने गलती का अफसोस हो और पश्चाताप करने का अवसर प्राप्त हो
सजा हमे कुछ इस तरह सीख देती हैं ताकि हम उस गलती को दोबारा न दोहराए और जीवन में सरलता पूर्वक अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहे ।
सजा मानसिक रूप से मजबूत बनाता है।
परन्तु आज स्थति कुछ ओर हो गई है सजा को शारीरिक रूप से हानि पहुंचानने का कार्य बन गया है जो सरासर गलत है। अध्यापक शिष्य को सजा सीख देने के लिए देते हैं। ताकि वह सही राह से भटके ना ओर अपने पाठयक्रम में वृद्धि करे। परन्तु कुछ अध्यापक जो कार्य की ओर निष्ठावान न हो वो शिष्य को अपने कार्य को समाप्त करने हेतु शिष्य को हानि पहुंचाते हैं उनका मकसद केवल सजा देना होता है नाकि सीख इ शिष्य के मन को हानि पहुंचति है और घृणा की भावना पैदा हो ती है। जहाँ पश्चाताप हो वहां सजा का कोई अर्थ नहीं है। सजा का अर्थ इस युग में बदला जा रहा है। जिसे बच्चो के अधिकार पर गहरा प्रभाव पड़ता है।