Geography, asked by sleepingbeauty10, 4 months ago

ati rajnoitik memangso (Suyej khale hangor sikar) class 11

Answers

Answered by SuryaTrinath
0

Answer:

आरयू से चुनाव लड़कर अध्यक्ष बनने वाले ज्यादातर छात्रनेता राजनीति में उतरे। वे मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि बने। लेकिन, छात्र राजनीति में सक्रिय रही छात्राओं ने आगे चलकर राजनीति में किस्मत नहीं आजमाई। बल्कि वकालत अाैर दूसरे प्रोफेशन में अपनी पैठ जमाई। प्रदेश में महिलाओं के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित महारानी काॅलेज में छात्रसंघ की मुखिया रहने वाली ज्यादातर छात्राओं ने आगे चलकर वकालत करना ज्यादा मुनासिब समझा। अध्यक्ष रह चुकी छात्राओं का कहना है कि राजनीति में महिलाओं के लिए ज्यादा मौके नहीं रहते हैं। जब तक कि कोई पहचान या किसी का अाशीर्वाद नहीं हो। आरयू से 1997 में महासचिव रही सुनीता मीणा वर्तमान में इंटेलीजेंस में एडिशनल एसपी हैं। राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा सुमन शर्मा 1985 में जेडी गर्ल्स काॅलेज, पटना में महासचिव बनी थीं। वे महापाैर का चुनाव लड़ीं अाैर पार्षद भी रहीं।

महारानी कॉलेज में प्रेसीडेंट थीं... अब गृहिणी, एस्ट्रोलॉजर व आंत्रप्रिन्योर हैं

रचना कट्टा 1992 में महारानी की प्रेसीडेंट बनीं। अभी लाॅ काॅलेज में गेस्ट फैकल्टी हैं। ममता शर्मा ने 1994 में महारानी की प्रेसीडेंट बनने के बाद आरयू में भी इलेक्शन लड़ा। वे हाउस वाइफ हैं। 1995 में प्रेसीडेंट बनी शीला जैन ने हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की। उदयपुर में एस्ट्रोलॉजर हैं। 2002 में प्रेसीडेंट बनी रूबी खान सेशन काेर्ट में वकील हैं। 2003 में भारती खंडेलवाल प्रेसीडेंट बनीं। अभी पत्रकार और अांत्रप्रिन्याेर हैं। 2004 में प्रेसीडेंट बनी लक्ष्मी शर्मा फिलहाल दी बार एसोसिएशन जयपुर की कोषाध्यक्ष हैं।

आरयू की एकमात्र महिला अध्यक्ष... प्रभा चौधरी अब हाउस वाइफ हैं...

अारयू में अभी तक एकमात्र महिला अध्यक्ष 2011 में प्रभा चौधरी बनी थीं। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। प्रभा चौधरी गृहिणी हैं। इनके अलावा भी छात्राओं ने अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं पाईं। राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनावों में एेसा माना जाता है कि जिस नेता की महारानी काॅलेज में अच्छी पकड़ हाेती है। उसकी जीत पक्की हाे जाती है। पिछले साल यूनिवर्सिटी में कुल 22,677 वाेटर थे। इनमें से महारानी काॅलेज की 6,374 छात्राएं थीं। इनमें से 2785 छात्राओं ने वाेट दिया था।

साेनाली बोलीं- इस बार मैं नारी शक्ति की अावाज के लिए लडूंगी चुनाव...

महारानी काॅलेज में बीए फाइनल की स्टूडेंट साेनाली ने भी इस बार अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने का एेलान किया है। मूलत: सीकर निवासी साेनाली करीब ढाई फुट की हैं। उनका कहना है कि मैं किसी के खिलाफ नहीं, मेरी लड़ाई सिर्फ नारी शक्ति के लिए है।

Plz follow me and mark me as Brilliant list and subscribe to my YouTube channel MEDICUS GNARITAS for more information

Similar questions