Ati se amrit bhi bahar ban jaata he is par vichar
Answers
अति से अमृत भी जहर बन जाती हैं |
Explanation:
"अति से इति" इस उक्ति को आपने अवश्य ही कहीं न कहीं सुना ही होगा | वैसे हर चीज़ को अगर नियंत्रित ढंग से एक हद तक इस्तेमाल किया जाए तो वह हमारे लिए एक वरदान भी सिद्ध हो सकता हैं | परंतु अगर हम उसी चीज़ को ही हद से ज्यादा अनियंत्रित ढंग से इस्तेमाल करने लगेंगे तो वह हमारे लिए अभिशाप भी बन सकता हैं |
कहने का तात्पर्य यह है की, किसी भी वस्तु या व्यक्ति अगर एक हद में रह कर आपकी मदद करें तो वह आपके लिए लाभकारी होगा | परंतु अगर वह अपने हद को लांघ कर आपकी मदद करें तो वही लाभकारी लगने वाला अमृत सा मदद आपके लिए जहर यानी विष का भी काम कर सकता हैं |
अति से अमृत भी जहर बन जाता है
यदि एक मर्यादा के दायरे में रहकर कार्य किया जाए तो उसके श्रेष्ठ परिणाम प्राप्त होते हैं, लेकिन मर्यादा से बाहर बैठकर अति कर दी जाए तो दुष्परिणाम भी प्राप्त हो सकते हैं। इसलिए यह कहावत किि अति से अमृत भी विष बन जाता है, बिल्कुल सटीक है।
hope it is helpful to you and please mark me as branlist also ❤️