autobiography of collector. answer in few lines and answer in Hindi
Answers
एक जिलापाल की आत्मकथा |
Explanation:
बचपन से मैंने एक सपना देखा था, कुछ बड़ा सबसे बड़ा करने का | इंसानों की भलाई और मदद करते हुये न जाने मुझे कैसी खुशी मिलती थी की सोचा की ऐसे ही जीवन भर दूसरों की सेवा करता रहूँ | बचपन में तो पता ही न था की कभी में किसी एक जिला का जिलपाल भी बनूँगा परंतु इतना था की लोगों की सेवा अवश्य ही करूंगा |
आज जब मेँ भगवान जी की कृपा से जिलपाल बन चुका हूँ, तो पूरी जोश के साथ हर दिन लोगों की मदद कर रहा हूँ | हर समय जिले में होने वाली हर एक विकास के योजनाओं को देखता हूँ | कैसे लोगों को उनके हक आसानी से सरकारी दफ्तरों में मिल सके उसके बारे में काफी सारी सुविधाएं करता हूँ |
वैसे तो मेरा हर एक दिन दूसरों के सेवा के लिए समर्पित होता हैं, परंतु जब कभी थोड़ा चिंतन करने का वक़्त मिलता हैं तो सोचता हूँ की जिलापाल बनकर कुछ हद तक बचपन में देखे हुए सपने को पूरा कर दिया हैं |