अवलोक रहा है बार – बार , नीचे जल में महकार से क्या तात्पर्य है ?दिये गए विकल्पों में उत्तर चुनिए *
कवि नीचे जल में बार –बार देख रहा था |
पर्वत नीचे फैले जल में अपने विशाल आकार को निहार रहा था |
परमात्मा नीचे जल में बार –बार देख रहा था |
उपरोक्त सभी |
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इसका सही जवाब होगा,
पर्वत नीचे फैले जल में अपने विशाल आकार को निहार रहा था |
व्याख्या :
अवलोक रहा है, बार-बार नीचे जल में महाकार से तात्पर्य यह है कि पर्वत नीचे पहले तालाब में फैले हुए जल में अपने विशाल आकार को निहार रहा है। ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता में कवि निराला जी ने पर्वत प्रकृति के सौंदर्य का वर्णन करते हुए पर्वत द्वारा स्वयं की छवि निकट के तालाब में निहारने की अद्भुत प्राकृतिक घटना का वर्णन किया है।
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