अवलोकन के विभिन्न प्रकारों को समझाइए
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Explanation:
अध्ययन की सुविधा के लिए निरीक्षण को कई भागों में बाँटा जाता है। प्रमुख रूप से निरीक्षण का वर्गीकरण इस प्रकार है।
- अनियन्त्रित अवलोकन
- नियन्त्रित अवलोकन
- सहभागी अवलोकन
- असहभागी अवलोकन
- अर्द्वसहभागी अवलोकन
- सामूहिक अवलोकन
अनियन्त्रित अवलोकन
अनियन्त्रित निरीक्षण ऐसे निरीक्षण को कहा जा सकता है जबकि उन लोगों पर किसी प्रकार का को नियंत्रण न रहे जिन का अनुसंधानकर्ता निरीक्षण कर रहा है।
नियन्त्रित अवलोकन
अनियन्त्रित अवलोकन में पायी जाने वाली कमियों जैसे- विश्वसीनयता एवं तटस्थता का अभाव-ने ही नियन्त्रित अवलोकन का सूत्रपात किया है।
सहभागी अवलोकन
सहभागी निरीक्षण की अवधारणा का प्रयोग सर्वप्रथम एण्डवर्ड लिण्डमैंट ने अपनी पुस्तक में किया था इसके बाद ही सहभागी निरीक्षण एक महत्वपूर्ण प्रविधि के रूप में लोगों के सामने आया, इस प्रविधि को स्पष्ट करते हुए पी0एच0मान से लिखा है ‘‘ सहभागी अवलोकन की तात्पर्य एक ऐसी दषा है जिसमें अवलोकनकर्ता अध्ययन किये जाने वाले समूह को अत्यधिक घनिश्ट सदस्य बन जाता है।
असहभागिक अवलोकन
यह विधि सहभागी अवलोकन के विपरीत है। इस प्रकार की क्रिया में निरीक्षणकर्ता समुदाय का न तो अस्था सदान्य बनता है और न उनकी क्रियाओं में भागीदार ही होता है इस से ही निरीक्षण कर उसकी गहरा में जाने का प्रयत्न करता है। वह सामुहिक जीवन में स्वंय प्रवेश करने के बजाए उसके बाहय पहलुओं का ही निरीक्षण करता है।
अर्द्धसहभागी अवलोकन
पूर्ण सहभागिता एवं पूर्ण असहभागिता दोनों ही स्थितियाँ व्यावहारिक दृष्टि से असम्भव होती है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुये, गुडे एवं हॉट ने मध्यम मार्ग को अपनाने का सुझाव दिया है। अर्थात्, अर्द्धसहभागी अवलोकन, सहभागी एवं असहभागी अवलोकन दोनों का समन्वय है।
सामूहिक अवलोकन
सामूहिक अवलोकन में अध्ययन की जाने वाली घटना के विभिन्न पक्षों का एकाधिक विषय-विशेषज्ञों द्वारा अवलोकन किया जाता है, स्पष्ट है कि सामूहिक अवलोकन में अवलोकन का कार्य क व्यक्तियों के माध्यम से किया जाता है।
Answer:
an ni shabd ku likhiye sh