अवत
8.अधोलिखितेषु धातुषु/शब्देषु प्रत्ययान् संयोजयत्
क. बालक+टाप्.
ख. नी+क्त्वा।
9.अव्ययानाम् अर्थ लिखित्वा तेषां वाक्य प्रयोगं कुरुत।
सहसा,
शीघ्रम् ,
सर्वदा, ।
10. द्वौपर्यायौ लिखत।
कमलम्,
पृथिवी।
11.विपर्याय पदम लिखत |
कृतज्ञः,
प्राचीनतमः,
रविः,
12. निर्देशानुसारं धातुरुपं लिखत
दृश्-लोट् लकार प्रथमपुरुष एकवचनं।
Answers
Answered by
0
Explanation:
गम् एक धातु है। धातु को आप एक मूल शब्द की तरह समझिए। इस एक गम् शब्द से बहुत सारे शब्द बनाए जा सकते हैं। जैसे गच्छामि, गच्छसि, गच्छति, आच्छामि आदि। ये सब शब्द धातु के पहले उपसर्ग (Prefix) और प्रत्यय (Suffix) लगाने से बने हैं। इसी प्रकार हम दो या दो से अधिक धातुओं को मिलाकर और फिर उपसर्ग और प्रत्यय लगाकर अनेकोंअनेक शब्द बना सकते हैं। फिलहाल के लिए इस स्पष्टीकरण को समझें, धातु के ऊपर हम फिर विसतार से चर्चा करेंगे।
पुरुष
संस्कृत वाक्य बनाने से पहले मैं आपको उत्तम मध्यम और प्रथम पुरुष की जानकारी देना चाहता हूँ।
प्रथम पुरुष
जब श्रोता के अतिरिक्त किसी अन्य पुरुष के लिए बात करी जा रही हो तो उसे प्रथम पुरुष कहते हैं। जैसे- वह, वे, उसने, यह, ये, इसने, आदि। जैसे – वह लडका जा रहा है, वह 2 चीज़े वहाँ पड़ी हैं, उसन सब ने हाथ में फल लिए हुएँ हैं।
Similar questions