अवधि अधार आस आवन की, तन मन बिथा सही।
अब इन जोग सँदेसनि सुनि-सुनि, बिरहिनि बिरह दही।
चाहति हुती गुहारि जितहिं ते, उत ते धार बही।
'सूरदास' अब धीर धरहिं क्यौं, मरजादा न लहौ।।
(3)
Answers
Answered by
2
Answer:
अवधि अधार आस आवन की, तन मन बिथा ... अब इन जोग सँदेसनि सुनि-सुनि, ... ' सूरदास' अब धीर धरहिं क्यौं, ...
Similar questions
Social Sciences,
4 months ago
Computer Science,
4 months ago
Sociology,
9 months ago
English,
9 months ago
Math,
1 year ago