अवध को बंगाल आर्मी की पौधशाला क्यों कहा जाता है ?
Answers
Answer:
बंगाल सैपर्स या बंगाल एंजिनियरिंग ग्रुप जैसाकि औपचारिक रूप से कहा जाता है, ब्रिटिश भारतीय सेना की बंगाल आर्मी ऑफ़ दि बेंगॉल प्रेसिडेंसी की ब्रिटिश भारत की टुकड़ी का नया नाम है। यह अब भारतीय सेना के एंजिनियर्स कॉर्प्स के अंतरगत है। बंगाल सैपर्स का रेजिमेंटल केन्द्र रुड़की कंटोनमेन्ट, रुड़की नगर, उत्तराखण्ड में है। बंगाल सैपर्स बेंगॉल प्रेसिडेंसी सेना की गिनी चुनी रेजिमेंटों में से है जो 1857 की बग़ावत से बची रही क्योंकि दिल्ली पर दोबारा क़ब्ज़े और कई 1857–58 की कार्रवाहियों में उसने मुस्तैदी दिखाई। 200 साल एक बंगाल सैपर्स ने ब्रिटिश सेना का साथ दिया और कई महत्वपूर्ण कामियाबियों के पीछे उनका हाथ था।
Explanation:
hope it helps brainlist
Answer:
अवध को "बंगाल सेना की नर्सरी" कहा जाता था। अवध को ब्रिटिश ऐतिहासिक ग्रंथों में अवध या कहां के रूप में जाना जाता है ...
Explanation:
ब्रिटिश शासन से पहले अवध प्रदेश को बंगाल सेना की नर्सरी कहा जाता था। अवध प्रांत तत्कालीन संयुक्त प्रांत में स्थित था, जिसे आज उत्तर प्रदेश भी कहा जाता है। बंगाल सेना के ज्यादातर सैनिक अवध या पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाँवों से भर्ती किए गए थे। अधिकांश सैनिक उच्च जाति के थे। अवध बंगाल सेना में अवध के सैनिकों की इतनी बड़ी संख्या थी कि अवध को बंगाल सेना की नर्सरी कहा जाता था। इन सैनिकों ने 1857 के विद्रोह में भूमिका निभाई थी। मंगल पाण्डे भी उन सैनिकों में से थे जिनके विद्रोह से 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत हुई थी।
निम्नलिखित कारणों से अवध को बंगाल सेना की नर्सरी के रूप में जाना जाता था:
- सिपाही का उत्तर भारत के ग्रामीण जगत से घनिष्ठ संबंध था।
- पूर्वी उत्तर प्रदेश और अवध दो ऐसे क्षेत्र थे जिन्होंने बड़ी संख्या में सैनिकों को बंगाल सेना में सेवा देने के लिए भेजा।
- सैनिक ज्यादातर उच्च जातियों के थे या ब्राह्मण थे।
learn more
https://brainly.in/question/31001556
https://brainly.in/question/41395839
#SPJ3