B. आधुनिक पश्चिम में पंथनिरपेक्षीकरण का क्या मतलब है। समझाए।
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आधुनिकता का अभिप्राय जीवन के लगभग प्रत्येक क्षेत्र में समकालीन को परम्परागत से अगल समझना है। समाज के अन्तिम से अन्तिम मूल्यों के अनुसार रहने वाली वस्तु को आधुनिक कहते हैं। उस वस्तु के इस प्रकार के रहने के गुण अथवा स्थिति को हम आधुनिकता कहते है। आधुनिकीकरण की प्रक्रिया वैज्ञानिक ज्ञान के विस्तार का सूचक है।
आज के इस लेख मे हम आधुनिकता (आधुनिकीकरण) का अर्थ, आधुनिकीकरण (आधुनिकता) की परिभाषा, आधुनिकीकरण की विशेषताएं और आधुनिकीकरण (आधुनिकता) के प्रभाव के बारें में चर्चा करेंगे।
आधुुनिकीकरण का अर्थ
आधुनिकीकरण सामाजिक परिवर्तन की एक प्रक्रिया है जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण व तर्क पर आधारित है। सैद्धांतिक तौर पर इसकी शुरुआत यूरोपीय ज्ञानोदय से हुई। आईजनस्टेड के अनुसार ऐतिहासिक रूप से आधुनिकीकरण परिवर्तन की एक ऐसी प्रक्रिया है जो पश्चिमी यूरोप जैसी सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक व्यवस्था की ओर उन्मुख है।
यहाँ यह स्पष्ट करना आवश्यक होगा कि आधुनिकीकरण और पश्चिमीकरण अलग-अलग प्रक्रियाएं है। पश्चिमीकरण मे पश्चिमी प्रतिमान जैसे प्रौद्योगिकी, जीवन शैली, विचार, मूल्य इत्यादि के अनुकरण की प्रवृत्ति विकसित होती है। जबकि आधुनिकीकरण मे पश्चिम के विकसित देशों के अनुरूप सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक विकास की प्रक्रिया के अनुरूप परिवर्तन को समझा जाता है।
आधुनिकीकरण की परिभाषा
अलातास के अनुसार; आधुनिकीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके आधुनिक वैज्ञानिक ज्ञान का समाज मे प्रचार एवं प्रसार होता है। जिससे समाज मे व्यक्तियों के स्तर मे सुधार होता है और समाज अच्छाई की तरफ बढ़ता है।
श्मामाचरण दुबे के अनुसार; आधुनिकीकरण एक प्रक्रिया है जो परंपरागत या अर्द्धनपरंरागत अवस्था से प्रौधोगिकी के किन्ही इच्छित प्रारूपों तथा उनसे जुड़ी हुई सामाजिक संरचना के स्वरूपो, मूल्यों, प्रेरणाओं और सामाजिक आर्दश नियमों की ओर से होने वाले परिवर्तन को स्पष्ट करती है।
डेनियल लर्नर के अनुसार; आधुनिकीकरण परिवर्तन की एक प्रक्रिया है जिसका संबंध मुख्य रूप से विचारों एवं मनोवृत्तियों के तरीको मे बदलाव, नगरीकरण मे वृध्दि, साक्षारता का बढ़ना, प्रति व्यक्ति आय का अधिक होना तथा राजनीतिक सहभागिता मे वृध्दि जैसे परिवर्तन से होता है।
सी.ई.ब्लैक के अनुसार; आधुनिकीकरण वह प्रक्रिया है जिससे ऐतिहासिक रूप से उत्पन्न संस्थाएँ तेजी से बदलती हुई नई जिम्मेदारियों के साथ अनुकूलित होती हैं जिसमें वैज्ञानिक प्रगति से जुड़ी अपने परिवेश पर नियंत्रण की क्षमता वाले मनुष्य के ज्ञान मे अभूतपूर्व वृद्धि परिलक्षित होती हैं।
आधुनिकीकरण (आधुनिकता) की विशेषताएं (Features of modernization in Hindi)
1. आधुनिकीकरण परिवर्तन की सार्वभौमिक प्रक्रिया है आधुनिकीकरण की प्रक्रिया सभी जगहो पर होती है।
2. आधुनिकीकरण (आधुनिकता) विज्ञान और प्रौद्योगिकी विकास की आत्मा है। आधुनिकता से भिन्न प्रकार के ज्ञान और अनुभव में वृध्दि होती है।
3. आधुनिकीकरण में नगरीकरण में वृध्दि, समानता, स्वतंत्रता तथा प्रजातांत्रिक मूल्यों को विकास होता है।
4. आधुनिकता आर्थिक तथा राजनीतिक सहभागिता में वृध्दि करती है।
5. आधुनिकता की प्रक्रिया में प्रचानी प्रथाओं रूढ़ियों तथा मूल्यों का विरोध होता है अतः आधुनिकीकरण में व्यावहारिक विज्ञान का विकास होता है।
6. आधुनिकीकरण में नये विचारों को स्वीकार किया जाता है।
एलेक्स इंकेल्स ने छः आधुनिक कहे जाने वाले समाजों का अध्ययन कर आधुनिकीकरण प्रक्रिया की निम्नलिखित विशेषताओं का उल्लेख किया है--
1. नये विचारों को स्वीकार करना।
2. नई पद्धतियों का उपयोग करना।
3. प्रत्येक विषय पर अपना मत तैयार करना।
4. समय कारक के प्रति सचेत रहना।
5. अतीत की अपेक्षा वर्तमान व भविष्य मे अधिक रूचि लेना।
6. समय की नियमितता का ध्यान रखना।
7. कार्य कुशलता तथा योजनाबद्ध तरीकों पर अधिक बल देना।
8. विश्व के प्रति व्यावहारिक दृष्टिकोण रखना।
9. विज्ञान तथा टेक्नोलॉजी मे विश्वास करना।
10. न्याय के समान वितरण को प्रोत्साहन देना।
आधुनिकीकरण के प्रभाव
1. कृषि और ग्रामीण उधोगों मे उन्नति
आधुनिकीकरण का अच्छा प्रभाव कृषि और ग्रामोद्योगों पर भी पड़ा है। कृषि नवाचार मे वृध्दि हुई है। आधुनिक मशीनों उपकरणों तथा नये ज्ञान के प्रयोग से कृषि विकास मे मदद मिली है। इस सब के परिणामस्वरूप ग्रामीण निर्धनता मे कमी आई है।
2. बेरोजगारी मे वृध्दि
आधुनिकीकरण के फलस्वरूप मशीनीकरण भी तेजी से बढ़ रहा है। मशीनीकरण के कारण श्रमिकों को रोजगार नही मिल पा रहा है क्योंकि मशीनों के कारण श्रमिकों की कम आवश्यकता होती है।
3. बाह्रा संपर्क
आधुनिकीकरण के कारण नये ज्ञान मे वृध्दि हुई है और तार्किक दृष्टिकोण भी बढ़ा है। संचार के साधनो मे वृध्दि से समूची दुनिया से संपर्क सरल हो गया है। जिससे सांस्कृतिक परिवर्तन की गति बढ़ी है।
5. औपचारिकता में वृध्दि
आधुनिकीकरण से फलस्वरूप औपचारिक सम्बन्धों में वृध्दि हो रही है। औपचारिक सम्बन्धों के कारण घनिष्ठ संबंधों का अभाव बढ़ता जा रहा है। अब सामाजिक संबंधों में कृत्रिमता अधिक पायी जाती है।