बाबू गुलाबराय की आत्मकथा है-
(i) कुछ आपबीती, कुछ जगबीती
(iii) मेरी असफलताएँ
(i) मेरा जीवन प्रवाह
(iv) अपनी खबर।
Answers
सही विकल्प होगा...
➲ (iii) मेरी असफलताएँ
व्याख्या ⦂
➤ बाबू गुलाबराय की आत्मकथा का नाम है, ‘मेरी असफलताएँ’।
बाबू गुलाब राय हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध आलोचक तथा निबंधकार थे। उन्होंने अनेक निबंधों की रचना की हैं। उन्होंने अनेक मौलिक ग्रंथो का संपादन भी किया है। मेरी असफलताएं उनकी आत्मकथा है, जिसे उन्होंने अपनी जीवनी के रूप में प्रस्तुत किया है। इस आत्मकथा में उन्होंने हास्य-विनोद का पुट देने का प्रयत्न किया है।
बाबू गुलाब राय की प्रमुख रचनाओं में जीवन पशु, ठलुआ क्लब, मेरा मानसिक उपादान, प्रकार प्रभाकर आदि निबंध संग्रह हैं। उन्होंने बाल साहित्य की रचना भी की जिसमें विज्ञान वार्ता, बाल प्रबोध आदि के नाम प्रमुख हैं। इसके अलावा उन्होंने नवरस, हिंदी साहित्य का स्रोत हिंदी, इतिहास विमर्श, आलोचना कुसुमांजलि, आदि आलोचनात्मक रचनाएं रचित कीं।
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