बेचारा जामुन का पेड़। कितना फलदार था। और इसकी जामुनें कितनी रसीली होती थीं। क. ये संवाद कहानी के किस प्रसंग में आए हैं? ख. इससे लोगों की कैसी मानसिकता का पता चलता है?
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- पेड़ के प्रसंग में हैं।
- इससे पता चलता है कि जब पेड़ था तभी ही उसका उपयोग कर रहे थे। और पेड़ को काट डाला खुद के ही स्वार्थ में।
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बेचारा जामुन का पेड़। कितना फलदार था। और इसकी जामुनें कितनी रसीली होती थी।
• (क) उपुर्युक्त संवाद सेक्रेटरी के लॉन में जामुन के पेड़ के गिरने से सम्बन्धित है।
रात के वक्त आंधी आयी। इस आंधी में सेक्रेटरी के लॉन में खड़ा जामुन का पेड़ गिर गया।
• उस पेड़ के नीचे एक आदमी दब गया। सुबह माली ने देखा तो क्लर्क को सूचना दी।
• सभी वहां इकट्ठे हो गए तथा जामुन के पेड़ की प्रशंसा करने लगे।
• उस पेड़ के नीचे दबे व्यक्ति की चिंता किसी को नहीं है।
• ( ख) इस प्रसंग से यह निष्कर्ष निकलता है कि लोग संवेदना शून्य है। किसी की प्रताड़ना से उन्हें कोई लेना देना नहीं है।
• जामुन का पेड़ उन्हें फल तथा छांव देता था, अब वे इस सुख से वंचित रह जाएंगे। यही वे सोच रहे थे, उनकी कोशिश से वह दबा हुआ व्यक्ति बच सकता था परन्तु किसी ने उसके बारे में नहीं सोचा इससे यह ज्ञात होता है कि यह दुनिया बड़ी मतलबी है।