बुढो व्यक्तीयोंका आदर-सम्मान करना चाहिए इस विषयपर अपने विचार लिखिए
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देवबंद (सहारनपुर)। शिवांगुरी जनता जूनियर हाईस्कूल में अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाया गया। जिसमें छात्रों ने हमें बड़े बुजुर्गों का सम्मान क्यों करना चाहिए इस पर अपने विचार रखे। छात्रों ने दादा-दादी के लिए ग्रीटिंग कार्ड भी बनाए।
कार्यक्रम में छठी कक्षा के छात्र उज्ज्वल ने कहा जब हम अपने बड़ों का आदर सम्मान करेंगे तभी हम अपनी भारतीय संस्कृति को सुरक्षित रख पाएंगे। सातवीं के पृथु शर्मा ने कहा वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करें, भारतीय संस्कृति का ख्याल करें, जीवन को सही ढंग से हम जिएं। पांचवीं कक्षा के नादिश ने कहा न हम बुजुर्गों का तुम करो अपमान, अकेलेपन का न एहसास कराओ, वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करो, भारतीय संस्कृति का ख्याल रखो। व्यवस्थापक डा. लोकेश वत्स ने कहा कि अपने वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करना और उनके विषय में चिंतन करना जरूरी है। ठाकुर विरेंद्र प्रताप ने कहा कि आज का वृद्ध समाज अत्यधिक कुंठाग्रस्त है। जीवन का विशद अनुभव होते हुए भी कोई उनकी राय को महत्व नहीं देता। बुजुर्गों के अनुभवों से हम बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। प्रधानाचार्य एस.सी. शर्मा ने कहा कि बड़ों का अनुभव ही हमारे जीवन की दिशा व दशा दोनों को बदल सकता है। स्तुति शर्मा ने बताया कि पहली बार 1 अक्तूबर 1991 को अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाया गया। तभी से प्रतिवर्ष यह दिवस मनाया जाता है। इस मोनिका, मीनाक्षी, योगेश, बबीता, विजय सिंह, अल्पा, मोहसिना, साइमा, वैष्णवी, जान्हवी, तनिष्क, वंशिका आदि मौजूद रहे।